कोचिग संचालित मिली तो संचालक जाएंगे जेल
जागरण संवाददाता फतेहपुर कोचिग संचालन के लिए पूर्व से नियम बनाए गए हैं यह कोचिग संचालक
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : कोचिग संचालन के लिए पूर्व से नियम बनाए गए हैं यह कोचिग संचालक नियमों को दरकिनार किए हुए हैं। अब कोरोना की गाइड लाइन में बंदी के आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ऐसे में डीएम अपूर्वा दुबे के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। विभाग ने तीनों तहसीलों में तीन सदस्यीय टीम का गठन करके छापेमारी के लिए सड़कों पर उतार दिया है। टीम प्रभारी दिनभर निगरानी करके विभागीय वाट्सएप नंबर 7408338000 पर सूचना अपडेट करेंगे। इसके बाद डीआइओएस इन पर मुकदमा दर्ज कराएंगे। तहसील क्षेत्र में कोचिग संचालित होने पर गठित टीम की सजगता सुस्त मानी जाएगी।
तीनों तहसीलों में स्कूलों में तालाबंदी के बावजूद कोचिग का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है। बीते दिन नवोदय विद्यालय सरकंडी में पढ़ने वाले बच्चों के कोरोना संक्रमित होने के बाद डीएम ने सख्त रुख अपनाया है। रोक के बावजूद कोचिग संचालक प्रशासनिक अफसरों के पंचायत चुनाव में व्यस्त होने के चलते लाभ उठा रहे थे। एक कक्षा में क्षमता से अधिक बच्चों को बिठाकर पढ़ाई करवा रहे हैं। कोचिग संस्थानों में कोविड-19 नियमों का पालन करने की सुधि तक नहीं ले रहे हैं। सदर तहसील टीम
- प्रमोद कुमार त्रिपाठी, प्रधानाचार्य महर्षि विद्या मंदिर इंटर कॉलेज
- अनिल राज, प्रधानाचार्य चंदभानु इंटर कॉलेज दमापुर
- विश्वनाथ त्रिपाठी, सहायक अध्यापक सेवाधर्म इंटर कॉलेज सेनीपुर खागा तहसील टीम
- संजय कुमार, प्रधानार्य,शुकदेव इंटर कॉलेज खागा।
- अतुल कुमार पाण्डेय, प्रधानाचार्य जनहितकारी इंटर कॉलेज खागा।
- दुर्गेश प्रसाद, प्रधानाचार्य इंटर कॉलेज बुदवन।
बिदकी तहसील टीम
- अमरजीत सिंह,प्रधानाचार्य नेहरू इंटर कॉलेज बिदकी।
- त्रिलोकी नाथ मिश्र, प्रधानाचार्य सिद्धेश्वर इंटर कॉलेज, गोपालपुर।
- राजेश कुमार सरोज, प्रधानाचार्य पुरुषोत्तम इंटर कॉलेज खजुहा।
कोविड-19 के प्रोटोकाल के तहत कोचिग संस्थान और विद्यालय 15 मई तक बंद कर दिए गए हैं। कोचिग संस्थान इसके बावजूद नहीं मान रहे हैं। इससे संक्रमण फैलने का खतरा है। तीनों तहसीलों में टीम का गठन कर दिया गया है। यह टीम छापेमारी करेगी। अगर कोई कोचिग संचालित होते हुए पाई गई तो संचालक के खिलाफ विभागीय नियमों का उल्लंघन और महामारी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। मुकदमा दर्ज करते हुए संचालक को जेल भेजा जाएगा।
महेंद्र प्रताप सिंह, डीआइओएस