स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर होगी डेंगू, टायफाइड व मलेरिया की जांच
के सरवन सिंह सुर्सी के दीपचंद्र ड्योढ़ा के ओमप्रकाश नामा व पैथाना के फखरुद्दीन को स्टॉक सौंप दिया गया। इसमें डेंगू टाइफाइड मलेरिया एचआइवी हेपेटाइटिस-बी सिफलिश (गर्भवती महिलाओं से संबंधित) गर्भावस्था व यूरीन (सुगर व प्रोटीन) की किटों से जांच कराई जाएगी। बीमार पड़ने पर सैंपल को पैथोलॉजी नहीं भेजना पड़ेगा और न ही इंतजार करना होगा। किट से जांच होने पर 10 मिनट में बीमारी की पुष्टि हो जाएगी। बीमारी की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज किया जाएगा।
संवाद सहयोगी, तिर्वा : ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों को झोलाछाप से बचाने के लिए अब स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर मरीजों को इलाज मिलेगा। बुखार से लेकर अन्य बीमारियों की जांच किट से होंगी और बीमारी की पुष्टि होने के बाद सरकारी अस्पतालों में दवा दिलाई जाएगी।
गुरुवार को कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवधेश कुमार के निर्देश पर उपकेंद्र पर जांच के लिए किटों का वितरण किया गया। स्वास्थ्य उपकेंद्र पर तैनात टेक्नीशियन बिनौरा रामपुर के सतेंद्र कुमार, जैनपुर के सरवन सिंह, सुर्सी के दीपचंद्र, ड्योढ़ा के ओमप्रकाश नामा व पैथाना के फखरुद्दीन को स्टॉक सौंप दिया गया। इसमें डेंगू, टाइफाइड, मलेरिया, एचआइवी, हेपेटाइटिस-बी, सिफलिश (गर्भवती महिलाओं से संबंधित), गर्भावस्था व यूरीन (सुगर व प्रोटीन) की किटों से जांच कराई जाएगी। बीमार पड़ने पर सैंपल को पैथोलॉजी नहीं भेजना पड़ेगा और न ही इंतजार करना होगा। किट से जांच होने पर 10 मिनट में बीमारी की पुष्टि हो जाएगी। बीमारी की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज किया जाएगा।