खान-पान वही, सेहत के लिहाज से जो हो सही
जागरण संवाददाता फतेहपुर खाद्य पदार्थ को खाने से पहले उसके उत्पादन प्रसंस्करण भंडारण
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : खाद्य पदार्थ को खाने से पहले उसके उत्पादन, प्रसंस्करण, भंडारण, वितरण पर पैनी नजर रखकर सेहत के लिए वरदान बनाया जा सकता है। लेकिन आज महंगाई के दौर में मिलावट और गैर प्रमाणित सामग्री लोगों के लिए बीमारी का कारण बन रही है। सोमवार को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस है, हम आप इसे मना तो लेंगे लेकिन इस दिवस से कुछ सीख लेने की जरूरत है। ताकि सेहत पर बुरा असर न पड़े।
कोरोना महामारी का दौर है तो हर तरफ पौष्टिक आहार की मांग बढ़ी है, लेकिन कुछ दिन पहले की बात की जाए तो बाजार तरह तरह के खाद्य पदार्थों से पटा था। खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों से ही लोग भेट भर रहे हैं। डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट की बात की जाए तो हर दस व्यक्ति में एक व्यक्ति बीमारी का शिकार है और उसकी बीमारी का मुख्य कारण प्रदूषित और गैर पौष्टिक भोजन है। इस वर्ष विश्व खाद्य दिवस आनलाइन रूप में मनाया जा रहा है। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2021 में थीम है कि स्वस्थ कल तो लिए आज का सुरक्षित भोजन, अर्थात यह दि सिर्फ खान-पान को ही सही कर दिया जाए तो अनेक तरह की बीमारियों से बचकर स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है। ताजा और गर्म भोजन के साथ पौष्टिकता का दें ध्यान
जिला अस्पताल के पोषण पुर्नवास केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ रघुनाथ कहते हैं कि आज बीमारी का मुख्य कारण कुपोषण बन रहा है। छोटे-छोटे बच्चे तक कुपोषण का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में बेहतर स्वास्थ्य के लिए खानपान को सही करना होगा। बाजार की खुली और ऐसी चीजें कतई न खाएं जिसके प्रदूषित होने की आंशका है। घर में हमेशा ताजा व गर्म भोजन करें। फ्रिज का रखा खाना या बासी भोजन कतई न करें। एक पौष्टिक थाली का सेवन करें। इन तत्वों को शामिल करें
शरीर को स्वस्थ रखने और बीमारियों से बचाने के लिए नियमित पोषण की आवश्यकता होती है। पौष्टिक और संतुलित आहार लेना चाहिए। जिसमें विटामिन, प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम जैसे सरे पौष्टिक तत्व मौजूद हो। हरी सब्जियां, साबुत अनाज, ताजे फल, मेवा इन सबकी पूर्ति करता है।