पंप, ढाबा संचालकों ने तोड़ा डिवाइडर, बढ़ा खतरा
संवाद सूत्र चौडगरा हाईवे पर बढ़ती दुर्घटनाओं के बाद बंद कराए गए अवैध कट एक बार फिर
संवाद सूत्र, चौडगरा : हाईवे पर बढ़ती दुर्घटनाओं के बाद बंद कराए गए अवैध कट एक बार फिर पेट्रोल पंप व ढाबा संचालकों ने मनमानी करते हुए फिर खोल दिए हैं। ढाबा संचालकों की दबंगई के आगे एनएचएआइ के अधिकारी कार्रवाई से बचते हैं।
चौडगरा से लेकर मलवां तक सभी ढाबों व पेट्रोल पंप के सामने जीटी रोड पर बने डिवाइडर को तोड़ दिया गया है। अवैध रूप से निकलने के लिए बनाए इन कट के कारण दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। हाल के कुछ समय में सबसे अधिक दुर्घटनाएं ढाबों व पेट्रोल पंप के सामने होने का मामला सामने आया है। अचानक इन अवैध कटों निकलने वाले कार, बाइक व साइकिल सवार सड़क पार करने के दौरान दुर्घटना का शिकार होते हैं। गोपालगंज बस हादसे के बाद तत्कालीन डीएम आंजनेय कुमार सिंह के निर्देश पर अवैध कट होने पर एनएचएआइ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया था। इसके बाद एनएचएआइ से अवैध कट बंद करा दिए थे। कुछ समय बीतने के बाद एक बार फिर चौडगरा से मलवां तक करीब 30 किमी लंबे हाईवे पर पड़ने वाले ढाबे व पेट्रोल पंप संचालकों ने 20 स्थानों पर नियम और कार्रवाई की परवाह किए बगैर ही डिवाइडर को तोड़ कर अवैध कट बना लिए हैं। सूचना के बाद जब हाईवे प्रशासन ने इन्हें बंद कराने का प्रयास किया तो संचालकों ने उन्हें भी दबाव में ले लिया। पुलिस की भूमिका पर उठ रहे सवाल
हाईवे पर अवैध कट बनाने के मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए जाते हैं। रात के वक्त डिवाइडर तोड़कर ढाबा व पेट्रोल पंप संचालक अवैध कट तैयार कर देते हैं। पुलिस यह सब जाते हुए भी आंखें मूंदे रहती है। ढाबों पर चोरी के कारोबार में अवैध कट का बड़ा योगदान है। अवैध कट से ट्रक चोरी से ढाबों में लगे अवैध कांटों में माल उतारते हैं। थाना प्रभारी जेपी उपाध्याय ने कहा अवैध कट बंद कराना एनएचएआइ का काम है। इसमें पुलिस का सहयोग मांगेंगे तो मिलेगा।
हाईवे के सभी अवैध कट बंद करा दिए गए थे। अब फिर से अवैध कट खोल दिए गए हैं। इसकी जानकारी नहीं है। अवैध कटों की फिर से जांच कराई जाएगी। अगर अवैध कट खुले मिलने पर तो अब मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। अवैध कट से दुर्घटनाएं होती हैं।
पुरुषोत्तम लाल परियोजना निदेशक एनएचएआइ