केला की गिरी फसल देख आहें भर रहे किसान
जागरण संवाददाता फतेहपुर यूं तो आषाढ़ की बारिश खेती-किसानी व बागवानी के लिए अमृत का क
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : यूं तो आषाढ़ की बारिश खेती-किसानी व बागवानी के लिए अमृत का काम कर रही है, लेकिन तेज हवा अन्नदाताओं के लिए आफत बन गई है। पिछले 24 घंटे से हो रही तेज बारिश से सैकड़ों एकड़ में खड़ी केला की फसल गिर गई है। फल लगे होने से वजन अत्याधिक बढ़ा और केला के पेड़ जड़ से उखड़ गए। एक एकड़ में ढाई से तीन लाख की आय की उम्मीद लगाए किसान बर्बाद हुई फसल देख आहें भर रहे हैं। गिरी फसल किसान दिन भर सहेजने में लगा रहा।
विकास खंड मलवां के मवइया, भिटौरा के गौरा चुरियारा, बहुआ के हरीरामपुर समेत दो सौ गांवों के किसान तकरीबन तीन हजार हेक्टेअर क्षेत्रफल में केला की खेती किए हैं। टिश्यू कल्चर प्रजाति के केला में इस समय सात से आठ सौ की संख्या में केला की फली लगी हुई हैं। पेड़ में वजन अधिक होने से तेज हवा के साथ हुई बारिश में केला की पौध गिर गई है। मलवां ब्लॉक के मवइया गांव में इसका असर कुछ अधिक दिख रहा है। गांव के 50 से अधिक किसान तकरीबन डेढ़ सौ एकड़ में केला की खेती किए हैं। सभी किसानों का केला खेत में गिर गया, किसानों का कहना है कि जड़ से जो पेड़ टूट गया वह पूरी तरह से बर्बाद हो गया।
किसानों का दर्द
आंधी व बारिश से केला की फसल को भारी नुकसान हुआ है। एक एकड़ में 60 से 70 हजार रुपये की लागत बर्बाद चली गई है। - हरी अवस्थी केला की फसल में फल आ गए थे, उम्मीद यह थी कि एक एकड़ में ढाई से तीन लाख की आय होगी। रविवार हुई बारिश से पूरी फसल ही बर्बाद हो गई है। - इंद्रराज यादव मौसम कहर से केला व सब्जी किसानों को भारी नुकसान हुआ है। प्रशासन सर्वे कराने बाद प्रभावित किसानों को शासन से राहत दिलाने का कार्य करें । - मनोज सिंह तेज हवा के कारण केला का पेड़ जड़ से उखड़ गया है, ऐसे में किसानो की उम्मीदें ही टूट गई है। उद्यान विभाग नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा दिलाने का कार्य करें । - लाल सिंह यादव
बीमा योजना का मिलेगा लाभ
जिला उद्यान अधिकारी रामसिंह यादव ने कहा कि प्रधान फसल बीमा योजना में जिन किसानों ने साढ़े सात प्रतिशत प्रीमियम जमा किया है उनकों बीमा कंपनी क्लेम देगी। कहा कि बीमा कराने वाले किसान विभाग को जानकारी उपलब्ध करा दें जिससे बीमा कंपनी को सर्वे के लिए सूची उपलब्ध कराई जा सके ।