सेटेलाइट से 62 स्थानों पर पराली जलने के मिले साक्ष्य
जागरण संवाददाता फतेहपुर पराली जलाने की घटनाओं में रोक लगे इसके लिए गुरुवार को डीएम
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: पराली जलाने की घटनाओं में रोक लगे इसके लिए गुरुवार को डीएम-एसपी ने सख्त समीक्षा की। अफसरों को कर्तव्य बोध कराया और खराब स्थिति पर फटकार भी लगाई। सत्यापन में जहां 33 स्थलों पर तो वहीं सेटेलाइट से 62 स्थलों पर पराली जलाने की घटनाओं के सबूत होने पर नाराजगी प्रकट की। बैठक दौरान एक-एक क्षेत्र की समीक्षा हुई और रोकथाम के लिए नये सुझाव देते हुए इसे लागू करने का निर्देश दिया। पराली के दोषी किसान को अब कोर्ट भी अधिकतम जुर्माने पर ही छोड़ने के दिशा निर्देश जारी किए।
डीएम संजीव सिंह ने कहा कि पराली जलाये जाने की घटनायें नियमित तौर हो रही हैं जो चिताजनक है। अफसरों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया। कहा कि कृषकों के बीच तक जागरूकता कार्यक्रम अभी पर्याप्त नहीं पहुंच पा रहे हैं। पराली प्रबंधन वाले कृषि यंत्रों/मशीनरी का प्रदर्शन कराने,फसल अवशेष प्रबंधन यंत्रों का वीडियो क्लिप तैयार कर इंटरनेट मीडिया के जरिए सार्वजनिक करने, न्याय /ग्राम पंचायत स्तर पर वर्कशाप कराने का निर्देश दिया। एसपी प्रशांत वर्मा ने कहा कि पराली के प्रबंधन हेतु हेल्प नबंर जारी किया जायें ताकि उस नंबर पर किसान संपर्क कर फसल अवशेषों का प्रबंधन कर सके। इस मौके पर सीडीओ, एसडीएम सदर, बिन्दकी, खागा, एएसपी, समस्त क्षेत्राधिकारी, डीपीआरओ, जिला कृषि अधिकारी, डीआईओएस, समस्त तहसीलदार, भूमि संरक्षण अधिकारी, समस्त खंड विकास अधिकारी, लेखपाल, कानूनगो आदि रहें।
प्रबंधन के तरीके समझा बताए उपाय
उप कृषि निदेशक आरपी कशुवाहा द्वारा पराली के प्रबंधन में बताया कि उपयोगी कृषि यंत्रों के माध्यम से पराली को काट कर मिट्टी में मिलाया जा सकता है, रबी की बुवाई के समय जीरो टिल सीड ड्रिल, हैप्पी सीडर या सुपर सीडर का प्रयोग कर सीधे बुवाई कर सकते हैं। उधर डीएम व एसपी ने असोथर थाने में प्रधानों की बैठक लेकर पराली जलाने वालों पर निगरानी रखने व तुरंत सूचना देने को कहा।