हमले से घायल बिजली ठेकेदार की इलाज के दौरान मौत
जागरण संवाददाता फतेहपुर कानपुर के निजी अस्पताल में भर्ती बिजली ठेकेदार की शुक्रवार
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : कानपुर के निजी अस्पताल में भर्ती बिजली ठेकेदार की शुक्रवार रात इलाज के दौरान मौत हो गई, लेकिन पुलिस अभी तक वजह नहीं तलाश सकी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस दर्ज जानलेवा हमले के मुकदमे को हत्या में तरमीम करेगी।
खागा कोतवाली के वाभनपुर निवासी बिजली ठेकेदार मनीष तिवारी शहर के शकुननगर में रहते थे और सिविल लाइंस में एक कंपनी खोल रखी थी। चार जून 2021 की रात वह पत्थरकटा चौराहे से कुछ दूर लथपथ अवस्था में मिले थे। पास में ही उनकी कार थी जिसके भीतर टूटी हाकी बरामद की गई थी। स्वजन उन्हें जिला अस्पताल से कानपुर के निजी अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया था। शहर कोतवाल सत्येंद सिंह का कहना था कि कानपुर से पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद यदि कोई चोट व घाव की पुष्टि होती है तो दर्ज मुकदमे को हत्या में तरमीम किया जाएगा। पांच दिन पूर्व पिता ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट
घायल ठेकेदार के पिता उमाशंकर तिवारी ने पांच दिन पूर्व अज्ञात में जानलेवा हमला की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें कहा था कि बेटे की कार में उसके साथ उसका साला अनुज उर्फ पप्पू शुक्ला निवासी गदाई, खागा व दोस्त गौरव अग्निहोत्री निवासी रसूलाबाद, कानपुर देहात भी थे। जिसमें बेटे के साथ गौरव के घायल हुआ था। कंपनी कर्मियों से पूछताछ में उलझी पुलिस
विवेचना कर रहे मुराइनटोला चौकी प्रभारी संदीप तिवारी ने बताया कि दिवंगत ठेकेदार की सिविल लाइंस में कांस्ट्रक्शन कंपनी हैं, जहां कार्यरत कर्मचारियों से घटना के बारे में कई बिदुओं पर पूछताछ की जा रही है लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। अब घटना के समय ठेकेदार के साथ रहे उसके साले व दोस्त से पूछताछ की जाएगी।