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दोआबा में फाइलेरिया की दस्तक, 4285 मरीज मिले

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: फाइलेरिया दुनिया भर में विकलांगता और विरूपता का सबसे बड़ा का

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 11:47 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 11:47 PM (IST)
दोआबा में फाइलेरिया की दस्तक, 4285 मरीज मिले
दोआबा में फाइलेरिया की दस्तक, 4285 मरीज मिले

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: फाइलेरिया दुनिया भर में विकलांगता और विरूपता का सबसे बड़ा कारण हैं। यूं तो जिले में 29 लाख की आबादी निवास करती है लेकिन इस रोग का सर्वाधिक असर गंगा और यमुना किनारे के गांवों में है। जिले में भिटौरा, असोथर और तेलियानी ब्लाक ऐसे हैं जहां सर्वाधिक फाइलेरिया के मरीज चिन्हित हुए हैं, कभी खत्म न होने वाली इस बीमारी को दवा के सहारे कंट्रोल में रखा जा सकता है। जिले में 4285 फाइलेरिया मरीज मिलने के कारण डब्लूएचओ ने इसे हाई रिस्क की टाप-20 सूची में रखा है। अब जिले में राहत व बचाव के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जाएंगे।

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फाइलेरिया मुख्य रूप से उन स्थानों में फैलता है जहां जल जमाव होता है। इसे हाथीपांव, फीलपांव, श्लीपद भी कहा जाता है। सामान्यत: यह परिजीवी निमेटोड कीड़ों के कारण होता है। प्रभावित पर यह छोटे-छोटे धागों के रूप में दिखते हैं। मलेरिया अधिकारी आंनद ¨सह के अनुसार फाइलेरिया फिलेरी वुचरेरिअ बैंक्रोफ्टी, ब्रूगिआ मलाई, ब्रूगिया टिमोर नाम निमेटोड कीड़ों के कारण होती है। फाइलेरिया के सबसे ज्यादा मामले वुचरेरिअ बैंक्रोफ्टी नामक परजीवी से होते है। यूपी में पिछले 14 साल से फाइलेरिया उन्मूलन कार्य चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया का स्थाई उपचार नहीं है, लेकिन रोगी पर इसकी पहचान करके दवाओं के जरिए इसे कंट्रोल किया जा सकता है।

इनसेट...

तीन प्रकार का होता फाइलेरिया

-जिला मलेरिया अधिकारी के अनुसार लिम्फेटिक फाइलेरिया (इससे प्रभावित होने पर पैरों व अंडकोश में में सूझन आ जाती है।), सबक्यूटेनियस फाइलेरिया (यह प्रभावित अंग में नीचे की त्वचा को प्रभावित करता है।), सीरियस केविटी फाइलेरिया (यह पेट की सरियस केविटी को प्रभावित करता है।)।

इनसेट..

फाइलेरिया के लक्षण जाने

-त्वचा पर लाल चकत्ते का बार बार आना।

-त्वजा के रंग में बदलाव हो जाना, रिवर ब्लाइंडनेस

-पेट में हमेशा दर्द का बना रहना बुखार भी आना।

-त्वचा की निचली सतह का मोटा हो जाना।

-बांह, अंडकोष, समेत अन्य अंगों का असमान्य होना।

इनसेट...

जिले में कहां कितने मिले हैं फाइलेरिया रोगी

ब्लाक क्षेत्र चिन्हित रोगी

तेलियानी 683

भिटौरा 1192

हसवा 31

बहुआ 64

असोथर 852

हथगाम 38

विजयीपुर 262

धाता 108

मलवां 244

अमौली 423

देवमई 181

खजुहा 170

¨बदकी नगर 22

फतेहपुर नगर 15


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