ड्रोन से सर्वे शुरू, घर व जमीन पर मिलेगा मालिकाना हक
जागरण संवाददाता फतेहपुर अभी तक गांव में बने मकान या खाली पड़ी जमीन का कोई राजस्व दस्तावे
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: अभी तक गांव में बने मकान या खाली पड़ी जमीन का कोई राजस्व दस्तावेज नहीं होता था, नतीजा लोग कब्जे के आधार पर मकान व जमीन के मालिक माने जाते थे। भारत सरकार ने स्वामित्व योजना आरंभ कर गांव वालों को भी मकान व खाली जमीनों पर अधिकृत मालिक घोषित करने की पहल की है। पहले चरण में जिले के 10 गांव इसमें शामिल किए हैं, मंगलवार को इसकी शुरूआत फरीदपुर उसरैना व प्रयागदासपुर से कर दी गई। 10 गांवों के लोगों को दो अक्टूबर को मालिकाना हक के प्रमाण पत्र सौंपे जाएंगे। इससे गांव-गांव विवादों पर विराम भी लग जाएगा।
लखनऊ की टीम ने गांवों में सर्वे का काम शुरू किया है। सर्वे शुरू होने से पहले गांव की आबादी क्षेत्र में चूना का छिड़काव कर जहां पूरा गांव चिह्नित किया गया, तो वहीं हर घर के चारों तरफ चूना से निशान बनाकर हद तय की गयी। ड्रोन कैमरे से इसकी तस्वीर आसमान में उड़कर ली। खास बात यह है कि एडीएम पप्पू गुप्ता व तहसीलदार विदुषी सिंह चूना के जरिए हुए सीमांकन में सरकारी खाते की जमीन, जैसे खेल मैदान, खाद गड्ढा, हडावर, पौधा रोपण की जगह, नाली, खड़ंजा व मुख्य रास्तों पर चूना डलवाकर इन्हें सरकारी संपत्ति के रूप में घोषित किया। सर्वे टीमें फिलहाल जिले में ही रहेंगी और बुधवार को भी शेष गांवों में सर्वे करेंगी।
स्वामित्व योजना को जानें व समझें
दरअसल ड्रोन कैमरे से ली गई तस्वीरों के आधार पर ही गांव में किसका घर कौन सा है, कहां पर स्कूल, या सरकारी जमीन है। या किसी के कब्जे वाली जमीन कौन सी है। यह तय होगा। एक बार ड्रोन सर्वे होने पर लेखपाल उसी आधार पर गांव का नक्सा बनाएगा और गांव में किसके पास कितनी भू-संपत्ति है और उसकी लंबाई-चौड़ाई क्या है इसका राजस्व रिकार्ड खतौनी के तर्ज पर घरौनी के रूप में करेगा। यह हमेशा के लिए एक दस्तावेज होगा जिसमें लोग अपनी संपत्ति को जान व समझ सकेंगे।
प्रथम चरण का इन गांवों में होना स्वामित्व सर्वे
गांव ब्लाक
चक नथनपुर हसवा
फरीदपुर उसरैना हसवा
बल्हेमऊ हसवा
प्रयागदासपुर हसवा
शंकरपुर हसवा
रसूलपुर भिटौरा
सचौली भिटौरा
कमालपुर भिटौरा
कोंडरपुर भिटौरा
रहिमापुर सानी भिटौरा