फौजी पिता की चिता को बेटी ने दी मुखाग्नि
संवाद सूत्र जाफरगंज कोच्ची में डिफेंस सिक्योरिटी कोर आइएनएस गरुण में तैनात भारतीय सेना क
संवाद सूत्र, जाफरगंज : कोच्ची में डिफेंस सिक्योरिटी कोर आइएनएस गरुण में तैनात भारतीय सेना के जवान 51 वर्षीय वीरेंद्र पटेल का बीमारी के चलते देहांत हो गया। मंगलवार को शव गांव आया तो सेना के जवानों ने पुष्पचक्र अर्पित कर दिवंगत जवान को श्रद्धांजलि दी। गांव में ही जवान का अंतिम संस्कार करते हुए बेटी ने मुखाग्नि देकर पिता को अंतिम विदाई दी।
जनपद फतेहपुर के पूरेदान गांव निवासी सुखलाल पटेल के तीन पुत्रों में वीरेंद्र पटेल, सत्येंद्र पटेल भारतीय थल सेना में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे हैं। सबसे छोटा पुत्र सुरेंद्र पटेल घर रहकर खेती करता है। वीरेंद्र पटेल 16 मार्च 1988 को जबलपुर से सेना में भर्ती हुए। वर्ष 2010 में सेना में सेवानिवृत्त होकर घर आ गए। इसके बाद पत्नी पार्वती व दो पुत्रियां 22 वर्षीय कल्पना व 14 वर्षीय कीर्ती कानपुर यशोदा नगर में रहने लगे। सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद 10 जुलाई 2011 को डिफेंस सिक्योरिटी कोर में फिर से नौकरी मिल गई। इस दौरान कोच्ची में आइएनएस गरुण में तैनाती हो गई। कुछ दिन पहले ही फौजी वीरेंद्र को किडनी में दिक्कत महसूस हुई। इसका काफी इलाज चला। हालत बिगड़ने पर 3 अक्टूबर को जवान को दिल्ली के मेदांता हास्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां पर 4 अक्टूबर को देहांत हो गया। 5 अक्टूबर को देहांत की खबर स्वजनों को मिली। जवान के देहांत की खबर पर सेना में तैनात भाई सत्येंद्र दिल्ली पार्थिव शरीर लेने पहुंचे। मंगलवार को अपरांह 3 बजे पार्थिव शरीर गांव लाया गया। यहां पर 14 गार्ड्स कानपुर से आए सेना के जवान नायब सूबेदार एसके पांडेय, नायक ज्याति शशि, लांस नायक विक्रम सिंह ने दिवंगत जवान वीरेंद्र पटेल को पुष्पचक्र अर्पित किया और सलामी देकर श्रद्धांजलि दी। पैत्रिक गांव में अंतिम संस्कार के लिए चिता लगाई गई। चिता को बड़ी पुत्री कल्पना ने मुखाग्नि दी। फौजी पिता की चिता को मुख्याग्नि देने वाली बहादुर बेटी व स्वजन को लोगों ने ढांढ़स बंधाया।