आनलाइन आवेदन कर राशनकार्ड बनवाने को भटक रहे लाभार्थी
केस-1 पटेल नगर निवासी रश्मि देवी ने बताया कि पति सत्येंद्र कु
केस-1
पटेल नगर निवासी रश्मि देवी ने बताया कि पति सत्येंद्र कुमार परचून की दुकान खोलकर किसी तरह परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। डेढ़ माह पूर्व पात्र गृहस्थी के लिए आनलाइन आवेदन किया था लेकिन अभी तक राशन कार्ड नही बनाया गया है। केस-2
कृष्णबिहारी नगर निवासी शाहीनबानो ने बताया कि पति नफीस के मजदूरी करने परिवार का खर्च चलता है। अप्रैल 2021 को राशन कार्ड के लिए आवेदन किया था। कार्यालय जाने पर जवाब मिलता है कि अभी कार्ड नहीं बन रहे है, जिससे खाद्यान्न खरीदना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत पात्रता की श्रेणी में आने वाले पात्रों को खाद्यान्न मिल रहा है, लेकिन अभी भी आनलाइन आवेदन करने वाले 700 से अधिक ऐसे लोग हैं जिनके राशन कार्ड नहीं बन सके हैं। ऐसे में कोरोना काल के दौरान इन लगों को निश्शुल्क खाद्यान्न का लाभ नहीं सका। वहीं, विभागीय अफसर लक्ष्य पूरा होने की बात कह रहे हैं।
जिले में अंत्योदय और पात्र गृहस्थी के करीब 4.98 लाख राशनकार्ड हैं जिन्हें 1107 कोटे की दुकानों में गेहूं व चावल वितरित किया जा रहा है। अभी तमाम ऐसे पात्र परिवार हैं जो महीनों पूर्व राशनकार्ड बनवाने को आनलाइन आवेदन कर दिए हैं लेकिन उनके कार्ड नहीं बने हैं जिससे वह आए दिन जिला पूर्ति कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर रहते हैं। एआरओ आशाराम पाल ने बताया कि शासन से जितने कार्ड बनाने का लक्ष्य दिया गया था उतने कार्ड बन गए हैं। शासन के निर्देश पर नए राशन कार्ड बनाए जाएंगे।
ये है प्रावधान
शहरीय क्षेत्र में राशनकार्ड बनवाने के लिए तीन लाख रुपये की वार्षिक आय का प्रमाण पत्र, महिला मुखिया का आधारकार्ड, फोटो व बैंक की पासबुक फोटो स्टेट लगती है। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र में वार्षिक आय दो लाख रुपये रखी गई है।
जिले में शत प्रतिशत 4 लाख 98 हजार राशनकार्ड बन गए हैं, जिसमें दिव्यांग, रिक्शा चालक, मजदूर, विधवा आदि पात्र शामिल हैं। कुछ आवेदन पेंडिंग हैं। अपात्रों की छंटनी बाद कुछ कार्डों को निरस्त किया जाएगा, उसके बाद नए राशनकार्ड बनाए जाएंगे। राशन कार्डों का लक्ष्य शत प्रतिशत पूरा हो गया है।
अंजनी कुमार सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी।