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400 परिषदीय विद्यालयों में किचेन गार्डेन बनाने को मंजूरी

जागरण संवाददाता फतेहपुर परिषदीय स्कूलों में किचेन गार्डेन बनाने के निर्देश के क्रम में ि

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Aug 2020 11:26 PM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 06:09 AM (IST)
400 परिषदीय विद्यालयों में किचेन गार्डेन बनाने को मंजूरी
400 परिषदीय विद्यालयों में किचेन गार्डेन बनाने को मंजूरी

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : परिषदीय स्कूलों में किचेन गार्डेन बनाने के निर्देश के क्रम में जिले के चार सौ विद्यालयों में इसे मूर्त रूप दिया जाएगा। जिले से तैयार हुई सूची में शासन ने सहमति की मुहर लगा दी है।

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बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने विद्यालयों में किचेन गार्डेन बनाने के निर्देश दिए थे। विद्यालयों का चयन करके बीएसए को भेजना था। इस काम में ग्राम सभा के सहयोग से स्कूल परिसर में क्यारियां तैयार करके सब्जी और फल उगाए जाएंगे। इसके लिए विद्यालय और ग्राम प्रधान संयुक्त रूप से जिम्मेदारी निभाएंगे। नगर क्षेत्र में नगर पंचायत और नगर पालिकाएं हाथ बंटाएंगी। विद्यालय की जमीन में उगाई जाने वाली सब्जी और फल में श्रम का काम शिक्षक और बच्चे करेंगे। सब्जियों की सिचाई के लिए हैंडपंप और पेयजल के लिए कनेक्शन भी दिए जाएंगे। जिससे कि विद्यालय को हरा भरा किया जा सके।

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प्राथमिक विद्यालय : 1903

उच्च प्राथमिक विद्यालय : 747

कुल परिषदीय स्कूल : 2650

ब्लाक : 13

नगर क्षेत्र : 2

किचेन गार्डेन के लिए चयनित : 400

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जैविक खेती पर रहेगा जोर, एमडीएम में जाएंगी खपाई

स्कूल परिसर में पैदा की जाने वाली सब्जियां रसायनिक खाद के बजाए जैविक होंगी। मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने के लिए गोबर की खाद का उपयोग किया जाएगा। जिससे बच्चों की सेहत तंदुरुस्त होगी। केमिकल के दुष्प्रभाव से बचा जा सकेगा।

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ब्लाकवार चयनित स्कूलों की सूची

ब्लाक संख्या

तेलियानी 28

असोथर 30

अमौली 30

नगर क्षेत्र 101

बिदकी 03

देवमई 30

हसवा 35

हथगाम 33

विजयीपुर 28

भिटौरा 30

मलवां 28

बहुआ 33

खजुहा 38

धाता 30

एरायां 30

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परिषदीय स्कूलों में किचने गार्डेन डेवलप करने का निर्देश हुआ था। जिसके क्रम में जिले के 400 विद्यालयों का चयन हुआ है। इनमें कुछ विद्यालय ऐसे हैं जिनमें शिक्षक-शिक्षिकाओं ने पहले से ही क्वारी बनाकर फूल और सब्जी उगाने का काम किया है। इन विद्यालयों की क्यारियों से पैदा की जाने वाली सब्जी एमडीएम के काम आ सकेगी।

शिवेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए


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