Move to Jagran APP

840 गांव व 125 मोहल्ला समितियां गठित, 21 दिन करेंगी निगरानी

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉकडाउन-3 लागू हो गया है। गैर प्रदेशों व जनपदों से लौट रहे कामगार प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बने हैं। चूंकि मजदूरों में खांसी बुखार सांस की समस्या जैसे लक्षण प्रकट नहीं हो रहे जिससे यह तय ही नहीं हो पा रहा कि आने वाले कामगारों को कोरोना संक्रमण है या नहीं। नये आदेश के तहत अब लौट रहे कामगारों की पहले स्क्रीनिग होगी जिनमें लक्षण हैं वही लोग रोके जाएंगे। शेष सीधे घर भेजे जाएंगे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 May 2020 11:17 PM (IST)Updated: Tue, 05 May 2020 06:10 AM (IST)
840 गांव व 125 मोहल्ला समितियां गठित, 21 दिन करेंगी निगरानी
840 गांव व 125 मोहल्ला समितियां गठित, 21 दिन करेंगी निगरानी

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉकडाउन-3 लागू हो गया है। गैर प्रदेशों व जनपदों से लौट रहे कामगार प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बने हैं। नये आदेश के तहत अब लौट रहे कामगारों की पहले स्क्रीनिग होगी, जिनमें लक्षण हैं वही लोग रोके जाएंगे। शेष सीधे घर भेजे जाएंगे।

loksabha election banner

डीएम संजीव सिंह ने समुदाय में सर्विलांस और सहयोग के लिए ग्राम प्रधानों की अध्यक्षता वाली 840 ग्राम निगरानी समिति तथा सभासद की अध्यक्षता वाली 125 मोहल्ला निगरानी समिति गठित कराई है। गांव की निगरानी समिति में आशा/आंगनबाड़ी/चौकीदार/युवक मंगल दल के प्रतिनिधि तथा गांव के सामाजिक कार्यकर्ताओं को सदस्य बनाया गया है। मोहल्ला निगरानी समिति में आशा/सिविल डिफेंस/आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधि/ नगर निकाय के क्षेत्रीय कार्मिक तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं को सदस्य बनाया गया है। यह समितियां गैर प्रदेशों व जनपदों लौटने वालों की निगरानी करेंगी। समितियां निगरानी में रखे गए सदस्यों की सूचना आशा बहू के माध्यम से प्रतिदिन ब्लॉक कम्यूनिटी प्रोसेस मैनेजर को उपलब्ध कराएंगी जो पोर्टल पर सूचना की इंट्री करेंगे। सोमवार को जिला अस्पताल, एएस इंटर कॉलेज, जेडी सिंह महाविद्यालय औंग में थर्मल स्क्रीनिंग की गई। 303 लोगों में किसी प्रकार का लक्षण नहीं मिला तो इन्हें घर जाने दिया गया।

प्रवासियों की बनेगी सूची

बाहर से लौटने वालों की जिला प्रशासन स्क्रीनिंग करेगा, पता एवं मोबाइल नंबर के साथ सूची बनेगी। स्क्रीनिग में किसी प्रकार के लक्षण मिलने पर उन्हें फैसिलिटी क्वारंटाइन में रखा जाएगा। इसके बाद नमूना लेकर कोरोना जांच कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट में संक्रमित मिलने पर अस्पताल में भर्ती करवाया जाएगा। जिनमें लक्षण नहीं मिलते उन्हें राशन सामग्री की किट देकर घर जाने दिया जाएगा, लेकिन घर में वह 21 दिन स्वयं क्वारंटाइन रहेंगे। जिसकी निगरानी समिति करेगी।

होम क्वारंटाइन में यह करें

- बाहर से आए व्यक्ति को अलग कमरे में सोने की व्यवस्था करें।

-उसे मास्क अवश्य लगवाएं, घर में 21 दिन तक किसी को छुए नहीं।

-जब तक क्वारंटाइन अवधि 21 दिन पूरी नहीं होती किसी और को घर में न आने दे।

-घर के किसी एक सदस्य को जरूरी सामान की खरीद के लिए बाहर भेंजे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.