6910 रसोईया एप्रेन से होंगी लैस, 23.64 लाख रुपये खाते में पहुंचे
जागरण संवाददाता फतेहपुर परिषदीय माध्यमिक और समाज कल्याण तथा मदरसा विद्यालयों में ताजा गम
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : परिषदीय, माध्यमिक और समाज कल्याण तथा मदरसा विद्यालयों में ताजा गर्मागर्म भोजन बनाकर परोसने वाली रसोईया अब एप्रेन से लैस नजर आएंगी। मध्याह्न भोजन प्राधिकरण के द्वारा एप्रेन खरीदने के लिए धनराशि आवंटित कर दी है। इसके लिए शासन ने 23 लाख 64 हजार रुपये की धनराशि जिले के लिए आवंटित की है।
स्कूली बच्चों को गर्मागर्म भोजन बनाकर परोसने के लिए जिले में 6910 रसोइया तैनात हैं। पके भोजन की गुणवत्ता की जिम्मेदारी रसोईयों के पास है। इनकी सुरक्षा तथा भोजन की गुणवत्ता के लिए शासन ने पोशाक-एप्रेन दिए जाने का निर्णय लिया है। निर्णय के मुताबिक जिले को ग्रांट मिली है। अब खाना बनाते समय रसोइया एप्रेन पहनते हुए नजर आएंगी। इसके लिए विभाग ने शासन से आए धन को रसोईयों के खाते में भेज दिया है। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि शासन की मंशा के अनुसार प्रत्येक रसोइया को दो सेट एप्रेन दिए जाएंगे। एक रसोइया को 800 रुपये मिलेंगे। एप्रेन पहनकर रसोइया खाना बनाएंगी। इससे उनके कपड़े नहीं खराब होंगे और भोजन की स्वच्छता भी बढ़ेगी।
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सैनिटाइजर और किचेन रखरखाव के लिए 32.78 लाख मिले
कोरोना के बढ़ते हुए संकट को देखते हुए मध्याह्न भोजन प्राधिकरण ने बचाव के लिए धनराशि आवंटित की है। कोरोना से बचाव के लिए प्रति बच्चे 12 रुपये की दर से हर विद्यालय को यह धनराशि आवंटित की गई है। जिस विद्यालय में जितने विद्यार्थी पंजीकृत हैं उसके हिसाब से 12 रुपये के गुणांक कुल धनराशि भेजी गई है। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विद्यालयों को 32 लाख 78 हजार 844 रुपये की धनराशि शासन से मिली है। बैकिग की हाईटेक व्यवस्था आरटीजीएस के जरिए विद्यालयों के खातों में भेजी गई है। इससे प्रधानाध्यापक सैनिटाइजर, साबुन और किचेन के डिब्बे आदि की खरीदारी कर सकेंगे।