मिलावट की आशंका पर 630 किलो दाल सीज
संवाद सहयोगी, ¨बदकी : खाद्य सुरक्षा टीम ने ¨बदकी के श्रीराम दाल मिल में छापा मार 6.30 ¨क्वटल द
संवाद सहयोगी, ¨बदकी : खाद्य सुरक्षा टीम ने ¨बदकी के श्रीराम दाल मिल में छापा मार 6.30 ¨क्वटल दाल मिलावट की आशंका पर सीज कर दी। जांच के लिए दाल का नमूना भी भरा गया है। इस कार्रवाई की खबर मिलते ही दाल विक्रेताओं में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में दुकानें बंद हो गई।
खाद्य सुरक्षा विभाग को दाल में खेसारी की मिलावट के अलावा रंगीन दाल की खेप ¨बदकी आने की सूचना मिली। मिलावट कर अरहर के दाल के नाम पर प्रतिबंधित खेसारी दाल थोक विक्रेता व मिलर्स के यहां होने की शिकायतें मिल रही थी। इस सूचना पर ललौली रोड स्थित श्रीराम दाल मिल में सीएफएसओ सीएल यादव, एफएसओ रत्नाकर ¨सह ने छापा मारा। मिलावट की आशंका 630 किलो जिसकी कीमत 31 हजार 500 रुपये है को सीज कर दिया। जांच के लिए नमूने भरने के बाद मिलावट न करने की मिलर्स को हिदायत की गई। इसके बाद मिल में मौजूद दाल के खरीदारों को रंगीन दाल व खेसारी (मटरी) की पहचान के बारे में खाद्य सुरक्षा टीम ने जानकारी दी।
स्वास्थ्य के लिए घातक खेसारी दाल
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री यादव ने बताया कि खेसारी दाल के अत्यधिक प्रयोग से अपंगता की संभावना रहती है। इस दाल में ग्लूटामेट श्रेणी के न्यूरोटॉक्सिन की वजह से शरीर में मोटोर न्यूरॉन में कोशिका मृत्यु की दर अधिक हो जाने के कारण अपंगता हो जात है। ऐसे करे पहचान
खेसारी देखने में सामान्य दाल की अपेक्षा चौकोर आकार में होती है। रासायनिक पहचान के लिए दाल के नमूने में पचास मिली तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल डालकर 15 मिनट के लिए गर्म पानी में रखेंगे तो गुलाबी रंग दिखने लगेगा।