30 वर्ष पुरानी गाड़ी और अधूरा स्टाफ कर रहा लपटों से सामना
संवाद सहयोगी खागा आग की घटनाएं यूं तो प्रत्येक मौसम में होती रहती हैं। गर्मी के दिनों में
संवाद सहयोगी, खागा : आग की घटनाएं यूं तो प्रत्येक मौसम में होती रहती हैं। गर्मी के दिनों में इनकी तादात कई गुना बढ़ जाती है। दस लाख की आबादी को आग से सुरक्षा देने में दमकल विभाग वर्षों से जद्दोजहद कर रहा है। 30 वर्ष पुरानी गाड़ी व आधे-अधूरे स्टाफ के बलबूते विभागीय कर्मी क्षेत्र के 600 गांवों की चल-अचल संपत्ति को आग से सुरक्षित बचाने में हर साल भागदौड़ करते हैं। विभागीय अधिकारियों के संज्ञान में समस्या होने के बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
नगर के नौबस्ता रोड पर वर्ष 1996 में फायर स्टेशन की स्थापना हुई। अग्निकांड की सूचना के बाद समय पर पहुंचना तथा फैलती आग की लपटों को नियंत्रित करने में विभागीय कर्मचारियों को शुरूआत में कोई समस्या नहीं हुई। समय के साथ संसाधन पुराने हुए तो विभागीय कर्मचारियों को आग की घटनाओं के साथ-साथ जर्जर संसाधनों से भी निपटना पड़ता है। संसाधन के नाम पर स्टेशन में एक बड़ी टैंकर गाड़ी, एक छोटी पंप गाड़ी, एक नलकूप तथा एक ओवरहेड टैंक मौजूद है। यहां कुछ दिनों तक फायर स्टेशन आफीसर की तैनाती रही, बीते दो वर्षों से वह पद खाली पड़ा हुआ है। मौजूदा समय में हेड कांस्टेबल हरिश्चंद्र यादव ही कार्यवाहक एफएसओ की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। गर्मी के दिनों में अग्निकांड की चुनौतियों का सामना करने के लिए 16 के सापेक्ष मात्र सात फायरमैन तैनात हैं। फायर स्टेशन पर दो फालोवर, एक सफाई कर्मी की तैनाती विभाग की ओर से की गई है। बड़ी टैंकर गाड़ी के सभी टायर खराब होने की स्थिति पर पहुंच चुके हैं। पुराने टायर के भरोसे ही इस सीजन भी गाड़ी ऊबड़-खाबड़ सड़कों पर हूटर बजाते दौड़ेगी। जर्जर संसाधन तथा स्टाफ की कमी दूर करने के लिए विभागीय कर्मचारी भी उच्चाधिकारियों तथा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की ओर उम्मीद से देख रहे हैं।
आबादी के अंदर लगे हाइडेंट नदारद
फायर स्टेशन की स्थापना के साथ ही टैंकर में पानी भरने के लिए नगर पंचायत की भूमिगत पाइप लाइन से जोड़कर हाइडेंट लगवाए गए। सड़क किनारे नौबस्ता तिराहा, किशुनपुर रोड पर कमला बालिका इंका के सामने हाइडेंट (वैकल्पिक जल निकासी यंत्र) की व्यवस्था की गई थी। सड़क चौड़ीकरण के दौरान हाईडेंट पाट दिए गए। फायर स्टेशन में स्टाफ की कमी है। यह बात उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है। बिदकी की गाड़ी बदलने के लिए प्रस्ताव भेजा जा चुका है। खागा फायर स्टेशन की गाड़ी को भी जल्द ही बदला जाएगा।
उमेश गौतम, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, फतेहपुर