27 घंटे बाद गोताखोरों को मिला डूबे किशोर का शव
संवाद सूत्र असोथर (फतेहपुर) सरकंडी खास स्थित यमुना नदी में शनिवार दोपहर नहाते समय यमुना
संवाद सूत्र, असोथर (फतेहपुर) : सरकंडी खास स्थित यमुना नदी में शनिवार दोपहर नहाते समय यमुना में डूबे किशोर का शव गोताखोरों की टीम ने 27 घंटे बाद रविवार शाम चार बजे ढूंढकर निकाला। नदी से शव बाहर आते ही घर के इकलौते चिराग को देखकर मां-बहन व पिता रो-रोकर बेहाल रहे।
असोथर थाने के सरांय खालिस निवासी रंजीत प्रजापति का 14 वर्षीय इकलौता बेटा मनीष उर्फ भोंदू शनिवार को दोस्त और भाइयों के साथ पड़ोसी गांव बदलेवा का डेरा में रिश्तेदार मोतीलाल प्रजापति के यहां निमंत्रण में गया था। दोपहर एक बजे नदी में नहाते वक्त मनीष उर्फ भोंदू डूब गया था। जिसे ढूंढने के लिए असोथर एसओ नागेंद्र नागर ने गोताखोरों की टीम लगाकर जाल भी डलवाया था, लेकिन शनिवार को मनीष नहीं मिल सका था जिस पर रविवार को बांदा जिले के मर्का थाने से आई पुलिस के साथ असोथर एसओ ने सरकंडी खास, मटेहना, चरका, मझिगवां तक चार गोताखोरों की टीम लगवा दी। शाम को तेलान बाबा सरकंडी खास के समीप यमुना नदी से मनीष का शव बरामद कर लिया गया। एसओ नागेंद्र नागर का कहना था कि 27 घंटे बाद किशोर का शव खोजा जा सका।
शव देखकर बेसुध हो गई मां व बहन
इकलौते बेटे मनीष का शव देखकर मां रामप्यारी बेसुध होकर बेहोश हो गई। नाते रिश्तेदार उसे बार बार होश में लाते रहे। वहीं बड़ी बहन ममता बेहाल रही। गमजदा पिता रंजीत प्रजापति ने बताया कि पूना में प्राइवेट नौकरी करता है। लॉकडाउन की वजह से वह एक माह पूर्व ही अपने घर आया था। बेटे की मौत से वह टूट सा गया है।