गांवों में मिले 230 बीमार, डेंगू के नौ और रोगी मिले
जागरण टीम फतेहपुर डेंगू और मलेरिया की रोकथाम को भले ही हर दिन प्रयास तेज किए जा र
जागरण टीम फतेहपुर : डेंगू और मलेरिया की रोकथाम को भले ही हर दिन प्रयास तेज किए जा रहे हैं, लेकिन डेंगू की रफ्तार कम होने के बजाए बढ़ रही है। गुरुवार को अलग-अलग 10 गांवों में स्वास्थ्य टीमों ने कैंप लगाकर बीमारों का उपचार किया। कुल 230 मरीज चिह्नित कर 52 के डेंगू सैंपल लेकर जांच को कानपुर भेजे गए, शेष को दवाएं बांटी गईं। बीते दिनों डेंगू जांच को भेजे गए चार नमूनों में डेंगू की पुष्टि हुई, जबकि पांच बुखार पीड़ित कानपुर उपचार कराने गए थे जिनमें कानपुर में ही डेंगू की पुष्टि हुई है। पूरे जिले में गुरुवार को नौ डेंगू केस मिले हैं। इसकी पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है।
हसवा ब्लाक के सेमरी गांव में बीते दिनों संतलाल की पत्नी सविता को डेंगू हुआ था, अब इनकी बेटी ललिता की रिपोर्ट भी पाजिटिव आ गई है। गांव पहुंची टीम इस बात पर हैरान है कि ललिता को एक भी दिन बुखार नहीं आया है और न ही उसमें डेंगू के लक्षण मिले हैं फिर भी वह पाजिटिव है। उधर, स्वास्थ्य टीमों ने जैती खेड़ा, अजमतपुर, सेमरी, बुढवा, छीतमपुर, औंरा, पैनाखुर्द आदि गांवों में कैंप लगाकर लोगों को दवाएं बांटी। इन गांवों में 230 रोगियों को दवाएं दी गई हैं। गांवों में विशेष सफाई कराते हुए दवाओं का छिड़काव कराया गया है। साभ ही लोगों को खुद भी मच्छरों से बचाव की सलाह के लिए स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान की गई है। डिप्टी सीएमओ डा. केके श्रीवास्तव व जिला मलेरिया अधिकारी कृति रंजन ने गांवों का दौरा किया और निरोधात्मक कार्रवाई कराई। जिले भेजे सैंपल में कहा, कितने डेंगू मरीज मिले
मरीज का नाम-----------------गांव-----------आयु
अमित कुमार----------------छीतमपुर--------21 वर्ष
राजाराम--------------------औंरा-------------46 वर्ष
गयाचंद्र पाल--------------पैना खुर्द--------45 वर्ष
मथुरा पाल-----------------पैना खुर्द--------40 वर्ष
कानपुर में सैंपल देने वाले यह मिले पाजिटिव
मरीज का नाम--------------गांव------------आयु
अजय कुमार---------------जैती खेड़ा-------20 वर्ष
सावित्री-----------------अजमतपुर--------35 वर्ष
ललिता देवी-------------सेमरी-------------17 वर्ष
चंद्रशेखर---------------सेमरी-------------50 वर्ष
बुढ़वा-------------------रूपेश--------------20 वर्ष
इम्युनिटी बढ़ाएं और मच्छरों से बचाव करें
संचारी रोग अभियान के नोडल अधिकारी डा. केके श्रीवास्तव ने बताया कि इस सीजन में मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है। ऐसे में ताजा और पौष्टिक भोजन लेने से इम्युनिटी बढ़ेगी। अगर शरीर की इम्युनिटी मजबूत है तो रोगों से लड़ने की क्षमता ज्यादा रहती है। ताजे व मौसमी फल खाएं, शुद्ध पानी का प्रयोग करे। मच्छरों से बचाव को मच्छरदानी और मच्छर भगाने वाली क्वाइल का प्रयोग करें। सुबह-शाम फुल आस्तीन के कपड़े जरूर पहनें। सीएचसी और पीएचसी में जांच कराएं
जिले में डेंगू की जांच नहीं है, लेकिन अगर आपको बुखार आ रहा है और डेंगू जैसे लक्षण हैं तो आप अपनी सीएचसी-पीएचसी में जाएं वहां आपका सैंपल लिया जाएगा। सैंपल कानपुर भेजकर जांच कराकर दो दिन बाद आपको रिपोर्ट भी बताई जाएगी। मलेरिया की जांच जिले स्तर पर ही हो जाती है। जिला अस्पताल या किसी सीएचसी-पीएचसी में यह जांच कराई जा सकती है।
डेंगू और बुखार के यह होते हैं लक्षण
-अचानक तेज बुखार व सिर में दर्ज होना।
-आंखों के पीछे दर्द होने के साथ बदन दर्द।
-स्वाद का पता न चलना और भूख न लगना।
- छाती के ऊपर छोटे-छोटे दाने उभर आना।
-जी घबराना और उल्टियां बार-बार होना।
डेंगू से बचाव को ये अवश्य करें
-जहां पानी बराबर भरा रहता है उसे खत्म करें।
- टंकियों और बर्तनों को हमेशा ढककर रखें।
- मिट्टी का तेल या जला हुआ मोबीआयल नालियों में डालें।
- बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाएं जिससे हाथ-पैर ढके रहें।
- मच्छरदानी और मच्छर भगाने वाली दवाएं प्रयोग करें।