जैतपुर में मिले 103 मरीज, बुखार से बच्ची की मौत
जागरण टीम फतेहपुर बुखार की बीमारी थमे इसके लिए शासन और प्रशासन चितित है लेकिन गांव
जागरण टीम फतेहपुर : बुखार की बीमारी थमे इसके लिए शासन और प्रशासन चितित है, लेकिन गांव व ब्लाक स्तरीय टीमें सही से काम नहीं कर रहीं हैं। इससे बीमारी बढ़ती जा रही है। वहीं, जैतपुर गांव में बीमारी से दो लोगों की जान जा चुकी है। सोमवार टीम ने 103 रोगी खोजे। उधर, डांडा सहिमलपुर गांव में बुखार की चपेट में आने से रियासत अली की दो वर्षीय पुत्री रीजा की मौत हो गई। यह बच्ची चार दिन से बुखार से जूझ रही थी, इसे सर्वे टीमें नहीं खोज पाई और स्वजन इस नर्सिंग होम से उस नर्सिंग इसे लेकर दौड़ते रहे।
जैतपुर गांव में सोमवार को स्वास्थ्य, सफाई व निगरानी टीमें पहुंची। यहां 55 घरों में एंटीलार्वा, पैराथ्रम का छिड़काव किया गया तो वहीं शाम को फागिग कराई गई। बहुआ पीएचसी के प्रभारी डा. विमलेश के नेतृत्व में दवा वितरण कैंप लगा। यहां पर डेंगू के पांच और मलेरिया के 45 सैंपल बुखार लक्षणों के आधार पर लिए गए। 53 लोगों अलग-अलग बीमारियों से ग्रसित पाए जाने पर दवाएं दी गई। शाम को जिला मौसम विज्ञानी अधिकारी डा. अब्दुल्ला ने यहां भ्रमण किया और सुबह से शाम तक 25 सफाई कर्मचारियों की टोली लेकर एडीओ पंचायत अनूप सिंह यहां साफ-सफाई की व्यवस्था में डटे रहे। डांडा सहिमलपुर में बच्ची की बुखार से मौत पर डा. विमल सिंह ने कहाकि ऐसा कोई मामला जानकारी में नहीं आया है। फिर भी टीम गांव भेजी जाएगी।
अमौली में पहुंची टीम और बांटीं दवाएं
कौंह प्रधान सोमू पांडेय की सूचना पर सोमवार को पीएचसी अमौली से डा. अजय निषाद गांव पहुंचे। यहां पर सर्वे के दौरान विनीता, रिकी, संध्या सहित दस बच्चों को बुखार के साथ शरीर में दाने निकलने की समस्या मिली। टीम ने दवा का वितरित की। डाक्टर ने यहां पर चिकनपास्क होने की संभावना बताई है। बबई, कापिल व रोटी गांव में पूर्व में बुखार रोगी निकले थे, यहां कैंप लगाकर उपचार भी हुआ था, लेकिन इधर फिर टीमें नहीं जा रही है, जिससे इन गांवों में बुखार रोगी फिर उभर रहे हैं।
डीएम की फटकार पर दौड़े अफसर और कर्मचारी
जैतपुर गांव में बीमारी लगातार बढ़ रही थी, टीमें ध्यान नहीं दे रही थी। सोमवार को डीएम अपूर्वा दुबे ने दैनिक जागरण की खबर का संज्ञान लेते हुए अफसरों को फटकार लगाई। फिर क्या था जिले व ब्लाक की टीमें गांव की ओर दौड़ पड़ी। पूरे दिन गांव में सफाई, रोगी चिन्हींकरण, जांच के लिए सैंपल लेने का सिलसिला चलता रहा। गांव के मनीष, राजेंद्र व रामू ने कहा कि अगर यह टीमें पहले सक्रिय हो जाती हैं गांव के दो लोगों की जांच बच जाती है। रोटी और रेलबाजार में डेंगू का संदिग्ध
जिला मलेरिया अधिकारी कृति रंजन ने बताया कि शहर के रेलबाजार, अमौली के रोटी गांव व देवमई में एक-एक डेंगू संदिग्ध मिला है। इन मरीजों को बुखार आने के साथ शरीर में चक्कते भी आ गए हैं। इनकी जांच के लिए नमूना लिया गया है और जांच के लिए नमूना जीएस वीएम मेडिकल कालेज भेजा गया है। 48 हजार घरों का सर्वे, 170 बुखार पीड़ित
सोमवार को घर-घर सर्वे जारी रहा। 915 टीमों ने 48 हजार घरों में बुखार का सर्वे किया। डिप्टी सीमएओ डा. केके श्रीवास्तव के अनुसार कुल 170 बुखार पीड़ित मिले हैं। जिन्हें स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान करने के साथ ही उपचार के लिए दवा की किट दी गई है। ताकि वह बीमारी से बाहर निकल सकें। अब तक डेंगू के लिए सैंपल और परिणाम
कुल संकलित डेंगू सैंपल--417
अब तक पाजिटिव मिला- एक
निगेटिव रिपोर्ट आई------348
अभी भी रिपोर्ट लंबित----68