गरीबी के अंधेरे में युवा जला रहे विद्या की ज्योति
प्रशांत द्विवेदी फर्रुखाबाद गरीब बच्चों के अंधेरे जीवन में ज्ञान की रोशनी जगाने का बीड़ा 24 यु
प्रशांत द्विवेदी, फर्रुखाबाद : गरीब बच्चों के अंधेरे जीवन में ज्ञान की रोशनी जगाने का बीड़ा 24 युवाओं की टीम ने उठाया है। हेल्थ एंड सपोर्ट फाउंडेशन नाम से संस्था गठित ये युवा आर्थिक स्थिति का आकलन कर गरीब बच्चों को पढ़ाने के साथ ही बीमारी में इलाज भी उपलब्ध कराते हैं। संस्था फर्रुखाबाद के 12 बच्चों समेत हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान तक के कुल 70 बच्चों को गोद ले चुकी है।
शहर के मोहल्ला सधवाड़ा निवासी युवा अब अपने-अपने कारोबार के संबंध में जनपद के अलावा दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात आदि में रह रहे हैं। वर्ष 2017 से इस कार्यक्रम की शुरूआत चार युवाओं ने की। उन्होंने अपने आसपास के गरीब बच्चों की शिक्षा का जिम्मा उठाया। उनकी पहल से अन्य साथियों को भी प्रेरणा मिली। सबने संस्था का गठन कर इस नेक मुहिम में अपना योगदान देना शुरू कर दिया। यह है युवाओं की टीम
साध समाज के युवाओं में कपिल साध, रोहित साध, प्रभात साध (मिर्जापुर), कपिल साध, नितिन साध, मनोज साध, रविटन, दीपक, सचिन साध, आलोक साध, निमिष साध, प्रबल, गौरव, राजीव, अभिषेक उर्फ लकी, ईशांत, वरुण, रीतेश, ऋतिक, सागर व अमर साध शामिल हैं। चेक के माध्यम से देते हैं धनराशि
सधवाड़ा निवासी कपिल साध ने बताया कि समाज उन बच्चों की मदद करता है, जो वाकई में जरूरतमंद हैं। घर की स्थिति को देखते हुए घरवालों को रुपये देते हैं या फिर सीधे संबंधित स्कूल में फीस जमा करा देते हैं। इसके अलावा बच्चों की कॉपी, किताबें व ड्रेस के साथ-साथ बेहतर स्वास्थ्य के लिए दवा का भी इंतजाम करते हैं। सस्ते भोजन की दो रसोईघर भी खोले
युवाओं ने गरीबों के लिए दो जगह पर सस्ते भोजन के रसोईघर भी खोल रखे है। एक सधवाड़ा व दूसरा रसोईघर लोहिया अस्पताल परिसर में संचालित है। यहां भोजन का मात्र दस रुपये का शुल्क रखा गया है। किसी के पास अगर पैसे नहीं हैं, तो उसे मुफ्त भोजन भी दिया जाता है।