28 फर्जी शिक्षक हजम कर गए 10.57 करोड़, विभाग नहीं कर पा रहा वसूली
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद फर्जी शैक्षिक अभिलेखों से नौकरी पाने वाले बर्खास्त शिक्षकों से विभ
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : फर्जी शैक्षिक अभिलेखों से नौकरी पाने वाले बर्खास्त शिक्षकों से विभाग वेतन रिकवरी करने में लापरवाही बरत रहा है। यही वजह है कि करीब एक साल से ज्यादा समय बीतने के बावजूद बर्खास्त किए गए 28 फर्जी शिक्षकों से विभाग एक धेले तक की वेतन रिकवरी नहीं कर सका है। यही नहीं सिर्फ सात शिक्षकों को ही वेतन रिकवरी के नोटिस भेजे गए। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते करोड़ों रुपये की वेतन रिकवरी अटकी है।
वर्ष 2020 में अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद प्रदेश भर में फर्जी शिक्षकों के पकड़ने का सिलसिला शुरू हुआ था। जिले में अनामिका शुक्ला प्रकरण के मास्टर माइंड सुशील कुमार कौशल उर्फ पुष्पेंद्र जाटव समेत 28 शिक्षकों को बर्खास्त कर रिपोर्ट दर्ज की गई थी। वेतन रिकवरी के भी आदेश थे, मगर सात फर्जी शिक्षकों को ही वेतन रिकवरी का नोटिस भेजा गया था। धीरे-धीरे मामला ठंडा पड़ता गया तो विभाग ने अन्य फर्जी शिक्षकों को नोटिस भिजवाना तक मुनासिब नहीं समझा। एक साल से ज्यादा समय हो गया है और विभाग फर्जी शिक्षकों से वेतन रिकवरी में ढिलाई बरत रहा है। इसी का नतीजा है कि बर्खास्त फर्जी शिक्षक बेखौफ होकर घूम रहे हैं।
इन लोगों से होनी है वेतन रिकवरी
अनामिका शुक्ला प्रकरण के मास्टर माइंड सुशील कुमार कौशल उर्फ पुष्पेंद्र जाटव से 27.96 लाख, आशा कुमारी से चार लाख, सर्वेश कुमार से 47.82 लाख, रीना से 10.64 लाख, सुमन यादव से 2.18 लाख, अतुल अग्निहोत्री से 42 लाख, मनोज मिश्र से 43.70 लाख, अवधेश सिंह से 42.90 लाख, सुधीर कुमार से 43.96 लाख, गया प्रसाद से 44.73 लाख, कमरुद्दीन सिद्दीकी से 43.12 लाख, अजीत गंगवार से 47 लाख, सूरजभान सिंह से 42.90 लाख, शिवभगत सिंह से 46.62 लाख, अर्चना यादव से 38.98 लाख, श्रीकृष्ण से 37.61 लाख, राजू सिंह से 48.42 लाख, सुरजीत सिंह से 42.56 लाख, विजय सिंह से 41.47 लाख, सीमा राठौर से 43.50 लाख, अनीता वर्मा से 42.35 लाख, शिवप्रताप सिंह से 42.32 लाख, पीयूष कुमार से 42.15 लाख, अजय सिंह से 42.98 लाख, आदेश कुमार से 44 लाख, ज्योति कटियार से 44 लाख, अनिल कुमार से 40.68 लाख व पवन कुमार से 17.41 लाख की वेतन रिकवरी बाकी। बर्खास्त किए गए फर्जी शिक्षकों में से एक-दो से वेतन रिकवरी की जा चुकी है। अन्य फर्जी शिक्षकों को भी नोटिस भेजकर वेतन रिकवरी की कार्रवाई शुरू करवाएंगे।
लालजी यादव, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी