बाढ़ में बहे संपर्क मार्गों से लोगों को आवागमन में परेशानी
संवाद सहयोगी, अमृतपुर : गंगा और रामगंगा की बाढ़ से क्षेत्र की सड़कें और पुलिया क्षतिग्रस्त ह
संवाद सहयोगी, अमृतपुर : गंगा और रामगंगा की बाढ़ से क्षेत्र की सड़कें और पुलिया क्षतिग्रस्त हो जाने से ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है। ग्रामीण आवागमन के लिए खुद टूटी पुलिया पर बालू भरी बोरियां लगा रहे हैं। गंगा और रामगंगा के जलस्तर में लगातार घट रहा है।
बुधवार को गंगा का जलस्तर 30 सेंटीमीटर घटकर 135.90 मीटर पर पहुंच गया है। रामगंगा का जलस्तर 20 सेंटीमीटर घटकर 135.20 मीटर पर पहुंच गया है। गंगा की बाढ़ के पानी से क्षेत्र की कई संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए और कई पुलिया तेज धार में बह गईं। जिससे ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कतें हो रही है। गांव भुड़रा के निकट सुंदरपुर संपर्क मार्ग गंगा की बाढ़ के पानी की तेज धार में करीब दो सौ मीटर बह गया है। पानी गहरा होने से सुंदरपुर, कछुआ गाढ़ा व नगला दुर्गु के ग्रामीण नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं। वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है। सुंदरपुर के पूर्व प्रधान राजू यादव बताते हैं कि बाढ़ के पानी की तेज धार में दो सौ मीटर से अधिक सड़क बह गई है। कटी हुई सड़क के निकट पानी अधिक गहरा है, जिससे नाव का सहारा लिया जा रहा है।
अर्जुनपुर के निकट बाढ़ के पानी से करीब सौ मीटर कड़हर संपर्क मार्ग कट गया है। जिससे आंतर, बर्रा खेड़ा, कछुआ गाढ़ा, सवासी, सरह, धीरजपुर, कड़हर, खुटिया, तेरा अकबरपुर सहित कई गांवों का आवागमन प्रभावित है। ग्रामीणों ने एक जेसीबी से टूटी सड़क पर कुछ मिट्टी डलवाकर आवागमन शुरू कर लिया है।
तीसराम संपर्क मार्ग बनी पुलिया बाढ़ के पानी बह गई। पुलिया में पड़े सीमेंट के पाइप (ढोल) रह गए है। ग्रामीणों ने पाइपों के बीच में बालू भरी बोरियां लगाकर आवागमन शुरू कर लिया है, लेकिन रास्ता पतला होने से बाढ़ के पानी में गिरने का खतरा बना रहता है।
एसडीएम रमेशचंद्र यादव ने बुधवार को बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों का निरीक्षण किया। एसडीएम ने बताया कि बाढ़ से कटे संपर्क मार्गों व पुलिया का सर्वे कर रिपोर्ट भेजी गई है और सड़क की मरम्मत कराने के लिए लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखा गया है। बाढ़ का पानी घटने के बाद भी नहीं हो रही बिजली की आपूर्ति
गंगा व रामगंगा के बाढ़ प्रभावित गांवों की बिजली की आपूर्ति बंद कर दी गई थी, लेकिन गांवों से बाढ़ का पानी निकलने के बाद भी परमनगर, भुड़रा, नगला दुर्गु, तेरा अकबरपुर, बर्रा खेड़ा, कछुआ गाढ़ा सहित कई गांवों की बिजली की आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी है। सुंदरपुर के पूर्व प्रधान राजू यादव बताते हैं कि गांवों से बाढ़ का पानी निकल गया है। बाढ़ के दौरान काटी गई लाइन अभी जोड़ी नही गई हैं, जिससे ग्रामीण अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। एसडीओ शरद प्रताप बताते हैं कि गंगा व रामगंगा की बाढ़ से अमृतपुर तहसील क्षेत्र के गांवों में 75 विद्युत पोल टूट गए हैं। जिनकी मरम्मत का स्टीमेट बनाया जा रहा है। बजट मिलने पर विद्युत पोल लगवाकर आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। कई गांव की आपूर्ति शुरू भी कर दी गयी है।