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तीन गांवों में नलकूप की लाइन से मिलती तीन घंटे आपूर्ति

संवाद सूत्र मोहम्मदाबाद सरकार ने हर घर को रोशन करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में करोड

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Sep 2020 10:24 PM (IST)Updated: Sun, 20 Sep 2020 10:24 PM (IST)
तीन गांवों में नलकूप की लाइन से मिलती तीन घंटे आपूर्ति
तीन गांवों में नलकूप की लाइन से मिलती तीन घंटे आपूर्ति

संवाद सूत्र, मोहम्मदाबाद : सरकार ने हर घर को रोशन करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में करोड़ों का बजट खर्च किया है। कार्यदायी संस्थाओं ने अधिकांश गांव में अधूरा काम छोड़कर प्रमाण पत्र में कार्य पूरा दिखाकर भुगतान ले लिया। गांव मानिकपुर, नगला पति व नगला मोती में अभी भी विद्युतीकरण पूरा नहीं हुआ है। नलकूप की लाइन से बंच केबल जोड़ दी गई। जिससे ग्रामीणों को तीन चार घंटे ही बिजली मिल पा रही है।

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क्षेत्र की ग्राम पंचायत कटिन्ना मानिकपुर में ग्राम ज्योति के अंतर्गत करीब दो वर्ष पूर्व विद्युतीकरण का कार्य शुरू कराया गया था। कार्यदायी संस्था ने कुछ दिन काम किया। कर्मचारी अधूरा काम छोड़कर चले गए, जिससे हाईटेंशन लाइन बनने का काम लटक गया। कई बार संस्था व विभागीय अधिकारियों से शिकायत की तो नलकूप की लाइन से बंच केबल जुड़वा दी। बंच घटिया होने से कुछ दिन में ही टूटकर गिर गई। कई बार शिकायत करने के बाद भी किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। ग्राम प्रधान व अन्य लोगों ने ठेकेदार से संपर्क किया तो कोई ध्यान नहीं दिया गया।

गांव में विद्युतीकरण शुरू हुआ था तो खुशियां मनाई गई थीं। कुछ दिन बाद ही लोगों उम्मीदें टूट गईं। अब तो समय से आपूर्ति भी मिलना मुश्किल हो गया है।

- रमेश चंद्र। वर्षों बाद गांव में विद्युतीकरण होने से बच्चों की पढ़ाई के साथ ही अन्य सुविधाओं का भी सपना देखा था। घटिया व अधूरा काम होने से सारी योजनाएं धरी रह गईं।

- वेदराम। कुछ घरों में नलकूप की लाइन से आपूर्ति होती है। नलकूप फीडर पर दिन में ही आपूर्ति देने का शेड्यूल है। फाल्ट के चलते कुछ घंटे ही बिजली मिलती है।

- रामनरेश। आधे गांव में कुछ घंटे बिजली आती है। अपने मोबाइल चार्ज करने व रात में रोशनी के लिए उपकरण चार्ज करने के लिए दूसरे के घरों में जाना पड़ता है।

- दिनेश कुमार। कार्यदायी संस्था के लोगों से कई बार काम पूरा कराने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने उनकी नहीं सुनी। मानिकपुर गांव में बंच केबल ही नहीं डाली गई और अन्य गांवों में हाईटेंशन लाइन नहीं डाली गई। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भेजा गया है। क्षेत्र में ऐसे कई गांव हैं, जिनमें काम अभी अधूरा है।

- विनोद कुमार, अवर अभियंता


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