हुनरबाज अपने पैरों पर खड़े होकर बढ़ रहे आगे
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए वर्ष 2014 में शुरू हुई युवा क
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए वर्ष 2014 में शुरू हुई युवा कौशल विकास मिशन योजना परवान चढ़ रही है। इस योजना के तहत प्रशिक्षण पाए हजारों युवाओं ने या तो अपना कारोबार शुरू किया है या फिर नामी कंपनियों में नौकरी कर अपने पैरों पर खड़े हैं। युवाओं का कहना है कि अपना स्वरोजगार स्थापित कर काफी अच्छा लग रहा है। महीने में कमा लेते 17 हजार
वर्ष 2017 में कौशल विकास मिशन के तहत इलेक्ट्रिशियन ट्रेड में छह माह का प्रशिक्षण लिया। रोजगार नहीं मिला तो दो साल पहले 70 हजार रुपये लगाकर चिलसरा रोड पर रिपयेरिग की दुकान खोल ली। सैय्यद बिलाल कहते हैं कि 15 से 17 हजार रुपये महीने में कमा लेते और दुकान में तीन लाख का माल भरा है।
- सैय्यद बिलाल अहमद, टाउन हाल, फर्रुखाबाद। पापा के धंधे में बंटा रहे हाथ
कौशल विकास मिशन योजना से वर्ष 2018 में कंप्यूटर ट्रेड में प्रशिक्षण लेकर पापा के फोटो फ्रेम की दुकान में हाथ बंटाना शुरू कर दिया। एक साल से कंप्यूटर पर फोटो फ्रेम की डिजाइनिग कर फ्रेमिग का काम कर पापा के धंधे में हाथ बंटा रहे हैं। वैसे तो वह बीकॉम कर बैंक में नौकरी करना चाहते हैं। अगर नहीं मिली तो यही धंधा करेंगे।
- ऋतिक पांडेय, मोहल्ला रायदीपचंद्र। अपना धंधा सबसे अच्छा
2016 में कौशल विकास मिशन के तहत इलेक्ट्रिशियन ट्रेड में प्रवेश लिया। छह माह का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद रोजगार मेलों में प्रतिभाग किया, लेकिन वेतन अच्छा न होने से नौकरी नहीं की। 2018 में बजरिया में इलेक्ट्रिक रिपयरिग की दुकान खोली। जो हुनर सीखा था उससे अब माह में 15 हजार रुपये कमा रहे हैं। अपना धंधा सबसे अच्छा होता है।
- अख्तर हुसैन, बजरिया । रिटेल मार्केटिग प्रशिक्षण ने दिया रोजगार
रिटेल मार्केटिग ट्रेड में वर्ष 2017 में प्रवेश लिया। छह माह के कोर्स के बाद आइटीआइ परिसर में रोजगार मेले के आयोजन किए गए, लेकिन सैलरी ठीक न होने से नौकरी नहीं की। 2019 में एक कंपनी ने सेल्स मार्केटिग एक्जिक्यूटिव पद पर 14 हजार रुपये माह का ऑफर देकर रोजगार दे दिया।
- आशुतोष सक्सेना, तलैया फजल इमाम।