एक ही कक्ष में चल रहा थाना कार्यालय, हवालात व मालखाना
संवाद सूत्र नवाबगंज पुराने जर्जर भवन के मलबे की नीलामी के 14 माह बीतने के बाद भी नए भवन का
संवाद सूत्र, नवाबगंज : पुराने जर्जर भवन के मलबे की नीलामी के 14 माह बीतने के बाद भी नए भवन का निर्माण शुरू नहीं किया जा सका। भवन न होने से कार्यालय, हवालात, मालखाना एक कमरे व उसमें पड़ी टीनशेड में चल रहा है। पुलिस कर्मियों के रहने को थाने में कमरे न होने से अधिकांश कस्बे में इधर उधर किराए पर कमरा लेकर रह रहे हैं।
थाना नवाबगंज का भवन लगभग 100 वर्ष से अधिक समय पुराना होने के कारण पूरी तरह से जर्जर हो गया था। उपनिरीक्षक आवास व सिपाहियों की बैरकें व कार्यालय की छतें पानी बरसने पर टपक रही थीं। जिसको लेकर थाने के भवन को पूर्व में निष्प्रयोज्य घोषित किया जा चुका था। माह फरवरी 2020 में थाने के जर्जर भवन के मलबे की नीलामी 6,11,000 रुपये में तत्कालीन एएसपी त्रिभुवन सिंह व उपजिलाधिकारी सदर अनिल कुमार की मौजूदगी में कर दी गयी थी। मलबे की नीलामी के बाद भवन को दो माह में ध्वस्त भी कर दिया गया था। भवन के मलबे के ध्वस्त होने से थाना परिसर पूरी तरह से खाली हो गया। जिससे थाने के कार्यालय को परिसर में बने थाना प्रभारी कार्यालय कक्ष में चालू कर दिया गया। उसी कक्ष के बाहर टीन शेड डलवाकर जाली से बंद करा दिया गया। उसी में एक तरफ कार्यालय व दूसरी ओर लोगों को बैठाने के लिए अस्थाई हवालात भी बना दी गयी। पीछे कक्ष में मालखाना व थाने के असलहों को रखने की व्यवस्था कर दी गयी। एक कक्ष में ही कार्यालय, हवालात, मालखाना आदि होने से पुलिस कर्मियों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
थाने के भवन को ध्वस्त हुए 14 माह बीत गए। इसके बाद भी थाने के भवन का निर्माण शुरू नहीं हो सका। थाने के भवन के लिए कस्बे के दुनाया रोड पर जगह भी देखी गयी, लेकिन अभी तक निर्माण न होने से पुलिस कर्मियों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। थाना परिसर में कर्मचारियों के रुकने के लिए आवास भी न होने से पुलिस कर्मी कस्बा में कमरे किराए पर लेकर रह रहे हैं।