दिनदहाड़े रोडवेज बस से छह किलो चांदी से भरा बैग चोरी
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद दिनदहाड़े रोडवेज बस स्टैंड पर खड़ी बस से उन्नाव के व्यापारी
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : दिनदहाड़े रोडवेज बस स्टैंड पर खड़ी बस से उन्नाव के व्यापारी का छह किलो चांदी के गहनों से भरा बैग चोरी हो गया। व्यापारी बैग को बस में छोड़कर पानी पीने नीचे चला गया था। बैग चोरी होने के बाद बस स्टैंड पर हलचल मच गई। बदहवास व्यापारी ने पुलिस को सूचना दी तो बस स्टैंड पर छानबीन की गई, लेकिन चोर का कोई पता नहीं चला।
जनपद उन्नाव के थाना शुक्लागंज क्षेत्र के गांधी नगर निवासी दीप कुमार श्रीवास्तव चांदी के जेवर बनाने का व्यवसाय करते हैं। गुरुवार को वह चांदी के जेवरों की बरेली में आपूर्ति देने के लिए फजलगंज डिपो की रोडवेज बस से जा रहे थे। दोपहर करीब 12 बजे बस फर्रुखाबाद बस स्टैंड पहुंची तो वे जेवर भरा बैग बस में छोड़कर पानी पीने चले गए। जब लौटकर आए तो उनका बैग गायब था। इस पर उनके होश उड़ गए। बदहवासी की हालत में उन्होंने शोर मचाया तो आसपास के लोग और जमा हो गए। दीप कुमार वहां से कादरी गेट चौकी पहुंचे और चौकी प्रभारी हरिओम प्रकाश त्रिपाठी को घटना की जानकारी दी। दीप कुमार ने बताया कि डेढ़ माह पहले बरेली के आलमगिरी निवासी दलाल अमरीश कुमार ने पुराने चांदी के जेवर नए करने को दिए थे। गुरुवार को वह जेवर देने बरेली जा रहे थे। दोपहर को बस में खाना खाया, उसके बाद वह बस से उतरकर पानी पीने चले गए थे। जब वह लौट कर बस में आए तो चांदी से भरा झोला गायब था। उन्होंने बताया कि बैग में छह किलो चांदी के तैयार जेवर थे। चौकी प्रभारी ने बताया कि दीप कुमार ने तहरीर देने से मना कर दिया है। अगर वह तहरीर देंगे तो मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
शातिरों का अड्डा बना रोडवेज बस स्टैंड
रोडवेज बस स्टैंड शातिरों का अड्डा बन गया है। पुलिस कार्रवाई के नाम पर खानापूरी कर पल्ला झाड़ लेती है। इसी वजह से चोर उचक्के की पौबारह हो रही है। अक्सर टप्पेबाजी और जहरखुरानी की घटनाएं भी होती हैं। पुलिस पिकेट की तैनाती के बावजूद शातिर घटना को अंजाम देकर बड़ी आसानी से फरार हो जाते हैं। विगत वर्ष जब पुलिस ने शातिरों को पकड़ा था तो उन्होंने एक रोडवेज कर्मचारी का नाम बताया था। इसी कर्मचारी के इशारे पर घटनाएं होती हैं। कर्मचारी के प्रभावशाली होने पर पुलिस भी उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकी। इसी वजह से घटनाएं बढ़ रहीं हैं।