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दस माह से सफाई कर्मचारी लापता, गांव में गंदगी

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By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Sep 2021 10:27 PM (IST)Updated: Mon, 13 Sep 2021 10:27 PM (IST)
दस माह से सफाई कर्मचारी लापता, गांव में गंदगी
दस माह से सफाई कर्मचारी लापता, गांव में गंदगी

संवाद सूत्र, कमालगंज : विकास खंड क्षेत्र में तैनात सफाई कर्मचारियों का हाल भगवान भरोसे है। अधिकांश सफाई कर्मचारी अपनी जगह कर्मचारी रखे हैं या किसी कार्यालय में अटैच है। जीरागौर में सफाई कर्मचारी 10 माह से गायब है। ग्राम प्रधान द्वारा कई बार शिकायत करने के बावजूद इस ओर किसी अधिकारी ने सुध नहीं ली है।

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ग्राम पंचायत जीरागौर में तैनात सफाई कर्मचारी जयशंकर दस माह से गांव में झांकने तक नहीं आया। ग्राम प्रधान अजरा बेगम ने खंड विकास अधिकारी राजेश बघेल को कई बार प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन आज तक इस पर कोई भी सुनवाई नहीं हुई। ग्राम प्रधान के पुत्र शीबू ने बताया कि सफाई कर्मचारी से कई बार फोन किया गया, तो उसने बता दिया कि उसकी नियुक्ति कार्यालय में है। इसके लिए वह अधिकारियों से बात करें। वह गांव में काम पर नहीं आ सकता है। शीबू ने बताया कि वर्तमान समय में गांव में अधिकांश लोग बुखार से परेशान हैं। गंदगी के कारण मच्छर पनप रहे हैं। बीडीओ राजेश बघेल ने बताया कि मामले में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। सफाई कर्मचारी नहीं आ रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मस्जिद से एलान कर मरीजों को वितरित की जाएगी दवा

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : बुखार के बढ़ते प्रकोप को लेकर सरकार चितित है। मुख्यमंत्री ने मरीजों को भर्ती कर इलाज संबंधित निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने सीएमओ मरीजों को भर्ती करवाने के लिए कहा है, लेकिन मरीज घर पर ही रहने को तैयार हैं। कोरोना काल जैसी स्थिति के अंदेशे से ग्रामीण भयभीत हैं। स्थिति यह है कि कुछ जगहों पर लोग दवा लेने से भी कतरा रहे हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग मस्जिद से दवा और अस्पताल में भर्ती कराने का एलान कराएगा।

जनपद में बुखार पीड़ितों को खोजने के लिए 17 टीमें लगी हैं। जिन गांव में बुखार पीड़ित हैं, वहां पर टीमें जाकर लोगों को दवा वितरित कर रही हैं, लेकिन कुछ लोग मौके पर दवा लेने नहीं आते। वहीं अधिकांश लोग तो अस्पताल में भर्ती होने से मना कर देते हैं। जिस पर टीमों को बैरंग लौटना पड़ता है। रविवार को गांव वाहिदपुर में मरीजों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराने के लिए टीम पहुंची तो लोगों ने मना कर दिया। इस पुलिस बुलाई गई, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सतीश चंद्रा ने जब टीमों की सक्रियता जांचने के लिए मौके पर जा रहे हैं। टीम गांव के सरकारी विद्यालय पर पहुंच रही है, लेकिन कुछ लोग दवा लेने नहीं आ रहे हैं। इसलिए उन गांव में मस्जिद से दवा के लिए एलान कराया जाएगा। ताकि बुखार पीड़ितों को जानकारी हो सके और वह मौके पर जाकर अपनी खून की जांच और दवा ले सकें।


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