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बिना कैमरे वाले कक्षों की प्रांतीय पर्यवेक्षक ने की वीडियोग्राफी

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा में प्रांतीय पर्यवेक्षक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्ष

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 11:16 PM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 11:16 PM (IST)
बिना कैमरे वाले कक्षों की प्रांतीय पर्यवेक्षक ने की वीडियोग्राफी
बिना कैमरे वाले कक्षों की प्रांतीय पर्यवेक्षक ने की वीडियोग्राफी

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा में प्रांतीय पर्यवेक्षक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) उन्नाव के प्राचार्य देवेंद्र स्वरूप सचान ने दोनों पालियों का निरीक्षण किया। सरस्वती विद्या मंदिर श्यामनगर में प्रथम पाली की परीक्षा के दौरान कक्ष संख्या 20 व 21 में सीसी कैमरे न लगे होने की जानकारी पर उन्होंने दोनों कमरों के परीक्षार्थियों की वीडियोग्राफी की। ..और खड़े रहे सचल दल के सदस्य

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परीक्षा केंद्र के गेट पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात होने के कारण अधिकांश केंद्रों के गेट खुले रहे, लेकिन सेंट लारेंस पब्लिक स्कूल का गेट बंद था। परीक्षार्थियों की तलाशी लेने के लिए अपने उड़नदस्ते के साथ पहुंचे बीएसए राम ¨सह गेट बंद होने से काफी देर तक परीक्षा केंद्र के बाहर खड़े रहे। कहने के बावजूद काफी देर तक कर्मचारियों ने गेट नहीं खोला। मुश्किल से गेट खुला तो वह अंदर गए। अपने स्तर से कक्ष निरीक्षक तैनाती पर जवाब-तलब

प्रांतीय पर्यवेक्षक ने सभी केंद्रों पर कक्ष निरीक्षक ड्यूटी रजिस्टर का अवलोकन कर मोबाइल से फोटो खींची। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में परिषदीय शिक्षकों की ड्यूटी लगे होने पर पूछा कि इन शिक्षकों को डीआइओएस ने भेजा है या बीएसए ने। इस पर प्रधानाचार्य प्रकाश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से उनसे कहा गया कि अपने स्तर से पांच कक्ष निरीक्षक की व्यवस्था कर लो। इस पर पर्यवेक्षक हैरान रह गए। दरअसल नियम है कि केंद्र व्यवस्थापकों की मांग पर जिला विद्यालय निरीक्षक को गोपनीय तरीके से कक्ष निरीक्षकों की पूर्ति करनी थी। मोजे में छिपा ले गए मोबाइल

परीक्षा केंद्रों के गेट पर तलाशी के बाद अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया गया। प्रवेशपत्र, आइडी व प्रशिक्षण योग्यता का अंकपत्र ले जाना अनिवार्य था। परीक्षार्थियों के जूते उतरवाकर गेट पर तलाशी हुई। इसके बावजूद कुछ अभ्यर्थी परीक्षा कक्ष तक मोबाइल ले जाने में सफल रहे। एसबीएम इंटर कालेज में पर्यवेक्षक खंड शिक्षा अधिकारी रमेश चंद्र जौहर ने बताया कि पेपर शुरू होने से पहले एक परीक्षा कक्ष में शक होने पर उन्होंने परीक्षार्थी के जूते-मोजे उतरवाए। उसके मोजे से मोबाइल बरामद हुआ। खो गए मोबाइल व घड़ी, वापस करने की गुहार

परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल लेकर व घड़ी बांधकर पहुंचे अभ्यर्थियों का यह सामान जमा कर लिया गया। फर्रुखाबाद सिटी मिशन ग‌र्ल्स इंटर कालेज में परीक्षा दे रही महिला के हाथ से घड़ी खुलवाकर एक लिफाफे में रख ली गई। परीक्षा समाप्ति पर जब वह कार्यालय में घड़ी लेने पहुंची तो नहीं मिली। कक्ष निरीक्षक का कहना था कि उसने घड़ी का लिफाफा कालेज के स्टाफ को दे दिया था। कालेज के गोपाल कटियार से महिला व परिजन घड़ी दिलाने की गुहार करते रहे। कुछ केंद्रों पर वापसी के समय मोबाइल बदल जाने या खो जाने की गफलत मची रही। प्रपत्रों में उलझे, साढ़े तीन घंटे बाद कोषागार पहुंचा बंडल

प्रथम पाली की परीक्षा दोपहर 12.30 बजे समाप्त हुई। दो बजे से उत्तर पत्रकों के सीलबंद बंडल राजकीय कोषागार पहुंचने लगे। सिटी मजिस्ट्रेट व डीआइओएस ने कोषागार में व्यवस्था संभाली। माडर्न पब्लिक स्कूल का बंडल चार बजे तक कोषागार न पहुंचने पर अधिकारी ¨चतित हो गए। केंद्र पर तैनात पर्यवेक्षक डा. संदीप कुमार चतुर्वेदी का कहना था कि उत्तर पत्रकों के साथ कई प्रपत्र तैयार कर भरने थे। परीक्षा केंद्र की फोटोकापी मशीन खराब होने से प्रपत्र तैयार करने में देर हुई। चार बजे से कुछ पहले ही स्टेटिक मजिस्ट्रेट से उत्तर पत्रक के बंडल व सीलबंद प्रपत्र कोषागार के लिए रवाना कर दिए गए।


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