जेल में बंदियों की दबंग सल्तनत
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : यहां जेल में बंदियों की दबंग सल्तनत चलती है। मनमानी पर रोक लगान
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : यहां जेल में बंदियों की दबंग सल्तनत चलती है। मनमानी पर रोक लगाने के लिए तलाशी के विरोध में बंदी भूख हड़ताल करते हैं तो प्रशासन भी बैकफुट पर आ जाता है। ऐसा जेल में क्षमता से अधिक बंदी होने और स्टाफ की कमी के चलते होता है। मोबाइल से लेकर जुए तक का जेल में बोलबाला है।
विगत माह डीएम व एसपी के संयुक्त छापे में जिला जेल में चार मोबाइल के अलावा अन्य प्रतिबंधित सामग्री भी बरामद की गई थी। डीएम की रिपोर्ट के बाद शासन स्तर पर मामले को गंभीरता से लिया गया। शासन के निर्देश पर विगत दो दिनों से जेल में लगातार तलाशी अभियान चल रहा था। सात नंबर बैरक से तीन मोबाइल बरामद होने के बाद मोहम्मदाबाद के गांव रोहिला निवासी एक दबंग बंदी ने गोलबंदी शुरू कर दी। दूसरे ही दिन बंदियों ने तलाशी अभियान के विरोध में भूख हड़ताल कर दी। सुबह का नाश्ता व दोपहर का खाना न लिए जाने की सूचना पर आखिर जेल अधीक्षक ने हड़ताली बंदियों से जाकर वार्ता की। तलाशी अभियान स्थगित किए जाने के अलावा तीन तेज-तर्रार बंदी रक्षकों के बैरक में आने पर प्रतिबंध पर समझौता हुआ। इसके बाद बंदियों ने खाना लिया। इससे दबंग बंदियों के हौसले बुलंद हैं। जेल सूत्रों के अनुसार सूचना तो यह भी है कि रोहिला मोहम्मदाबाद और मुरैठी शमसाबाद के कई शातिर दबंग जेल में 'इक्यवनी' नामक जुआ भी बड़े पैमाने पर करा रहे हैं।
हालांकि जेल अधीक्षक विजय विक्रम ¨सह हड़ताल या किसी समझौते से इनकार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि शासन के आदेश पर दो दिवसीय विशेष तलाशी अभियान चलाया गया। कुछ प्रतिबंधित सामग्री मिलती है तो उसे नष्ट करा दिया जाता है।