पंचायत चुनाव लड़ने के सुरूर में तार-तार हुआ शारीरिक दूरी का नियम
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद पंचायत चुनाव लड़ने के लिए पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाओं में भी
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : पंचायत चुनाव लड़ने के लिए पुरुष ही नहीं, बल्कि महिलाओं में भी सुरूर सिर चढ़कर बोल रहा है। सोमवार को चुनाव लड़ने के लिए महिलाओं व पुरुषों की सुबह आठ बजे से ही लंबी लाइनें लग गईं। बैंक खुलने के बाद चालान जमा करने को लेकर लाइन में लगे लोग शारीरिक दूरी का नियम भूलकर धक्का-मुक्की करते नजर आए।
फतेहगढ़ स्थित स्टेट बैंक में दो दिन अवकाश के बाद बैंक खुली थी। बढ़पुर विकास खंड क्षेत्र में विभिन्न पदों पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी व उनके समर्थक पहले चालान जमा करने को लेकर सुबह आठ बजे ही बैंक पहुंच गए। बैंक खुलने से पहले ही लोगों ने लाइन लगा ली। काफी इंतजार के बाद कुछ महिलाएं थककर जमीन पर बैठ गईं। बैंक खुलते ही सुरक्षाकर्मियों ने एक-एक करके चालान जमा करने के लिए लोगों को अंदर बुलाना शुरू किया। भीड़ देख बैंककर्मियों ने अलग-अलग स्थानों पर तीन काउंटर शुरू कराए। सायंकाल तक चालान जमा करने वालों की भीड़ लगी रही। इस दौरान लाइन में लगे लोगों को कोरोना का डर नहीं था। स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक ऑपरेशन कमल मिश्र ने बताया कि सोमवार को करीब 524 चालान जमा हुए हैं, जिसमें अलग-अलग फीस निर्धारित है। चुनाव ड्यूटी लगाए जाने से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में रोष
संवाद सूत्र, कमालगंज : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ब्लाक की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भी ड्यूटी लगा दी गई। बीएलओ ड्यूटी के साथ चुनाव ड्यूटी लगने से कार्यकर्ताओं में रोष है। बाल विकास परियोजना कार्यालय पर सोमवार को चुनाव ड्यूटी को लेकर दिनभर धमाचौकड़ी मची रही। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि पहली बार पंचायत चुनाव में उनकी प्रथम व द्वितीय मतदान अधिकारी की ड्यूटी लगी है। ब्लाक की करीब 60 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बीएलओ ड्यूटी कर रही हैं। उनकी भी मतदान में ड्यूटी लगा दी गई है, ऐसे में दो ड्यूटी कैसे की जाएगी। सितौली की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने कहा करीब डेढ़ वर्ष से मानदेय नहीं दिया गया। होली पर सिर्फ दो माह का मानदेय मिला। उसके बाद भी पंचायत चुनाव में ड्यूटी लगा दी गई। किसी ने स्वजनों की बीमारी तो किसी ने स्वस्थ न होने की दुहाई देकर ड्यूटी निजात दिलाने की सीडीपीओ से गुहार लगाई। सीडीपीओ ने बताया ब्लाक की 231 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की चुनाव में ड्यूटी लगाई गई है। केवल गर्भवती व गंभीर बीमारी से ग्रसित होने पर ड्यूटी मुक्त किया जा सकता। किसी विशेष समस्या पर चुनाव कार्यालय में प्रार्थनापत्र दिया जा सकता है।