ऑक्सीमीटर से मुनाफाखोरों को मिल रही 'ऑक्सीजन'
प्रशांत द्विवेदी फर्रुखाबाद प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि आपदा को अवसर में बदलो। आम आदमी को
प्रशांत द्विवेदी, फर्रुखाबाद : प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि आपदा को अवसर में बदलो। आम आदमी कोरोना जैसी आपदा को अवसर में बदल पाया या न बदल पाया हो, लेकिन कुछ मेडिकल स्टोर संचालकों ने इसे जरूर मुनाफा कमाने का अवसर बना लिया। पहले मास्क और सैनिटाइजर में मोटा मुनाफा कमाया। अब पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर में दोगुना मुनाफा कमा रहे हैं।
जिले में दिन पर दिन कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। सरकारी अस्पताल में व्यवस्था राम भरोसे होने के कारण अधिकांश लोग होम आइसोलेशन में ही रहना पसंद करते हैं। ऐसे में उन्हें पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मल स्कैनर की आवश्यकता होती है। कोरोना की चपेट में आए मरीजों की इस जरूरत को कुछ मुनाफाखोर दुकानदारों ने 'कैश' कराना शुरू कर दिया है। दो से तीन गुने दामों पर बिक्री खुलेआम हो रही है। बाजार में 750 से 800 रुपये में मिलने वाला पल्स ऑक्सीमीटर मरीजों को 2000 रुपये से अधिक कीमत पर दिया जाता है। एक खास मेडिकल स्टोर से खरीदने की दी जाती सलाह
कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही कोविड कंट्रोल रूम से मरीज को सलाह दी जाने लगती है। कुछ मेडिकल स्टोर संचालकों ने अपने एजेंट वहां बैठा रखे हैं। मरीजों को होम आइसोलेशन किट खरीदने के लिए एक खास मेडिकल स्टोर का नाम सुझाया जाता है। जिले में कोरोना के मरीज
जिले में इस समय 470 मरीज कोरोना संक्रमित हैं। इनमें 440 लोग होमआइसोलशन में रहकर अपना इलाज कर रहे हैं। यह होता है किट में
पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, ग्लब्स, सैनिटाइजर, मास्क के अलावा मल्टीविटामिन, जिक टेबलेट, विटामिन-सी की गोलियां। बाजार में दरें
800 से लेकर 1500 रुपये में मिलने वाले पल्स ऑक्सीमीटर इन दिनों 2000 से 4000 रुपये में बेचा जा रहा है। 2000 वाला थर्मल स्कैनर 2500 से 2800 रुपये में बेचा जा रहा है। डिजिटल थर्मामीटर जो 100 रुपये में आता था, वह अब 150 में बेचा जा रहा है। कोविड कंट्रोल रूम से पल्स ऑक्सीटर खरीदने के लिए कहा जाता है। ताकि मरीज को पल्स और आक्सीजन की जानकारी हो सके। हालत बिगड़ने पर संबंधित को एल-1 अस्पताल में भर्ती कराया जा सके। एक मेडिकल स्टोर से कोविड किट खरीदने का दबाव बनाए जाने की जानकारी नहीं है। मामले को दिखवाया जाएगा।
- डॉ. वंदना सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी।