संतों की नाराजगी पर सिटी मजिस्ट्रेट ने माना रामनगरिया क्षेत्र में हुआ अतिक्रमण
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद रामनगरिया मेला क्षेत्र में बंधा पर हुए अतिक्रमण को न हटाए जान
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : रामनगरिया मेला क्षेत्र में बंधा पर हुए अतिक्रमण को न हटाए जाने से संतों में नाराजगी है। मेला संत समिति के अध्यक्ष महंत सत्यगिरि ने शुक्रवार को मेला सचिव व सिटी मजिस्ट्रेट से इस पर असंतोष जताया। गंगा में गिर रहीं नालियां भी बंद कराने को कहा। सिटी मजिस्ट्रेट ने स्वीकार किया कि पूर्व में अतिक्रमण हुआ है, हालांकि अस्थाई अतिक्रमण हटवाएंगी, जिससे संतों व कल्पवासियों के वाहन आ्रने जाने में असुविधा न हो।
मेला व्यवस्थापक के कार्यालय में सिटी मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव ने मेला संत समिति के अध्यक्ष महंत सत्यगिरि व भोलेपुर हनुमान मंदिर के महंत बाबा बालकदास आदि से भेंट की। सिटी मजिस्ट्रेट ने संत समिति अध्यक्ष से अनुरोध किया कि जिलाधिकारी से सीधे शिकायत करने के बजाए पहले समस्या उन्हें बता दें, वह हाल में समस्या हल कराएंगी। संत समिति अध्यक्ष ने कहा कि अतिक्रमण की वजह से बंधा की सीढि़यों से मेला क्षेत्र में आना जाना असंभव है। संतों व कल्पवासियों को परेशानी होती है। कई बार कहने के बावजूद समस्या हल नहीं हुई। आबादी क्षेत्र की गंगा में गिर रहीं नालियां बंद कराई जाएं। सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि आवास बनाने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए थी। नदी क्षेत्र में वैसे भी आबादी बसाने की अनुमति नहीं है। अस्थाई अतिक्रमण वह हर हाल में हटवाएंगी और स्थाई अतिक्रमण के लिए संबंधित अधिकारियों से बात करेंगी।
48 घंटे की आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखाने पर ही मेला में प्रवेश की अनुमति
रामनगरिया मेले को कोविड के प्रकोप से बचाने के लिए प्रशासन ने कड़ा निर्णय लिया है। मेला व्यवस्थापक संदीप दीक्षित ने बताया कि मेले के तीन प्रवेश द्वारों पर कोविड जांच सेंटर बनाने के लिए मेला सचिव व सिटी मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव की ओर से सीएमओ को पत्र भेजा जा रहा है। जो कल्पवासी और संत मेले में आ चुके हैं, उनकी भी जांच होगी। बाहर से आने वाले लोगों को अपने जिले की 48 घंटे की आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखानी होगी, अन्यथा उन्हें कोविड जांच के बाद ही मेले में प्रवेश दिया जाएगा। मास्क व सैनिटाइजर आवश्यक होगा। मेला प्रशासन की ओर से सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की जा रही है।