महाविद्यालयों में न थर्मल स्क्रीनिग की व्यवस्था न ही रखे गए हैंडवॉश
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद कोरोना काल में आठ माह बाद सोमवार से महाविद्यालय खुले जरूर ले
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कोरोना काल में आठ माह बाद सोमवार से महाविद्यालय खुले जरूर, लेकिन कहीं विद्यार्थियों की संख्या कम रही तो कहीं छात्र-छात्राओं में कॉलेज खुलने का उत्साह भी दिखाई दिया। हालांकि महाविद्यालयों में कोविड-19 के नियमों का पालन भी नहीं होते दिखा। कॉलेजों में न तो हैंडवॉश की व्यवस्था थी और न ही थर्मल स्क्रीनिग की।
शासन के आदेश पर कोरोना काल में महाविद्यालय खुले तो, लेकिन तमाम दावों के बावजूद कॉलेजों में अव्यवस्थाएं देखने को मिलीं। लोहाई रोड स्थित भारतीय महाविद्यालय में छात्र-छात्राएं कॉलेज आए, लेकिन उनके थर्मल स्क्रीनिग की कोई व्यवस्था नहीं थी। यही नहीं हैंडवॉश और सैनिटाइजर भी नहीं रखा था। कई छात्र-छात्राएं मास्क लगाकर नहीं आए तो उन्हें कॉलेज प्रशासन ने उपलब्ध कराए। किसी कक्षा कक्ष में दो-दो-तीन-तीन तो किसी में सात-सात-आठ-आठ छात्र-छात्राएं ही बैठे पढ़ते दिखे। प्राचार्य प्रो. रमन प्रकाश मिश्र ने बताया कि कक्षा कक्षों को सैनिटाइज्ड कराया था। जो विद्यार्थी मास्क लगाकर नहीं आए थे, उन्हें कॉलेज प्रशासन की ओर से दिए गए। एनएकेपी डिग्री कॉलेज नाला मछरट्टा में हैंडवॉश व सैनिटाइजर का इंतजाम नहीं था। थर्मल स्क्रीनिग भी नहीं हो रही थी। एक-दो कक्षा कक्षों में शिक्षिकाएं छात्राओं को पढ़ाते दिखीं। प्राचार्य डॉ. शशिकिरण सिंह ने कहा कि पहला दिन था, इसलिए कुछ अव्यवस्था रही। वैसे भी प्रवेश लेने के लिए छात्राएं ज्यादा आ रही हैं। बद्री विशाल डिग्री कॉलेज में प्रवेश लेने आई छात्राएं कॉलेज परिसर किताबें पढ़ती नजर आईं। कोई कक्षा नहीं चल रही थी। प्राचार्य डॉ. शरदचंद्र मिश्र ने बताया कि चार-पांच विद्यार्थी कॉलेज खुलने की जानकारी करने आए थे, जिन्हें बता दिया कि कॉलेज खुल गए हैं। 261 विद्यार्थियों ने छोड़ी इंजीनियरिग चित्रकला परीक्षा
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिले के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में विभिन्न ट्रेडों में पंजीकृत अभ्यर्थियों की हुई इंजीनियरिग चित्रकला की वार्षिक परीक्षा में 261 अभ्यर्थियों ने भाग नहीं लिया।
जिले के चार राजकीय व नौ प्राइवेट आइटीआइ संस्थाओं में इलेक्ट्रिशियन, इलेक्ट्रानिक, मैकेनिक, रेफ्रीजरेटर एंड एयरकंडीशन व एग्रीकल्चर आदि ट्रेडों में पंजीकृत 1493 अभ्यर्थियों की वार्षिक इंजीनियरिग चित्रकला की परीक्षा दो पालियों में संपन्न हुई। ठंडी सड़क स्थित आइटीआइ में परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों को थर्मल स्क्रीनिग के बाद प्रवेश दिया गया। दो हालों में परीक्षा हुई और एक-एक सीट पर दो-दो अभ्यर्थियों को बैठाया गया। परीक्षार्थियों में नजर रखने के लिए एक-एक पर्यवेक्षक की ड्यूटी लगाई गई थी। प्राचार्य उमेश तनेजा ने बताया कि जिले के 13 परीक्षा केंद्रों पर 1493 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी थी, लेकिन 261 ने परीक्षा छोड़ दी। उन्होंने बताया कि पहली बार परीक्षा स्वकेंद्र व्यवस्था के तहत कराई गई है। जिले में किसी भी सेंटर पर कोई नकलची नहीं मिला।