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न पल्स ऑक्सीमीटर न थर्मल स्कैनर, समितियां कर रहीं निगरानी!

संवाद सूत्र मोहम्मदाबाद प्रदेश के शहरी आवास आयुक्त व जनपद के नोडल अधिकारी अजय चौहान ने ग

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 May 2021 07:17 PM (IST)Updated: Tue, 18 May 2021 07:17 PM (IST)
न पल्स ऑक्सीमीटर न थर्मल स्कैनर, समितियां कर रहीं निगरानी!
न पल्स ऑक्सीमीटर न थर्मल स्कैनर, समितियां कर रहीं निगरानी!

संवाद सूत्र, मोहम्मदाबाद : प्रदेश के शहरी आवास आयुक्त व जनपद के नोडल अधिकारी अजय चौहान ने गुरुवार को क्षेत्र के गांव नीबकरोरी व शेखपुर खजुरी का निरीक्षण किया। इस दौरान गांवों में हालात देख नोडल अधिकारी हैरान रह गए। नीबकरोरी निगरानी समिति के पास ऑक्सीमीटर व थर्मल स्कैनर तक नहीं था। दोनों गांवों में गंदगी देख उन्होंने बीडीओ से कड़ी नाराजगी व्यक्त की। शेखपुर खजुरी में युवक ने बताया कि ऑक्सीजन के अभाव में उसके भाई व मां दोनों की मौत हो गई। सरकारी अस्पतालों में डाक्टर नहीं देखते तो झोलाछाप से ही दवा लेनी पड़ती है।

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नोडल अधिकारी अजय चौहान ने नीबकरोरी स्थित कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय में निगरानी समिति के सदस्यों व प्रधान पति नीटू यादव से गांव के परिवारों की संख्या व मौजूदा मरीजों के बारे में पूछा। उन्हें बताया गया कि गांव कुल मरीजों की संख्या 60 है। सभी को दवाइयां वितरित की गई हैं। जानकारी करने पर पता चला कि निगरानी समिति के पास ऑक्सीमीटर व थर्मामीटर ही नहीं है। इस पर उन्होंने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल यह उपकरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। एसडीएम अनिल कुमार को निर्देश दिया कि गांव में बाहर से आए घरों पर जानकारी कराएं कि वहां कोई संक्रमित तो नहीं है। जो मरीज झोलाछाप से इलाज कराते हैं उनकी सूची प्राप्त करें। गांव में गंदगी देखकर खंड विकास अधिकारी ने क्लास लगाई और गांव में साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए। गांव में ही स्थित मंदिर में पूजा अर्चना भी की। इसके बाद नोडल अधिकारी का काफिला गांव शेखपुर खजुरी पहुंचा। ग्राम पंचायत अधिकारी संजीव गंगवार में गांव के परिवारों की संख्या तक के बारे में नहीं बता पाए। नोडल अधिकारी ने गांव में मृत छह लोगों के स्वजन से वार्ता की। विगत आठ मई को बीमारी से मृत जितेंद्र के भाई जगवीर ने बताया कि सात मई को भाई को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया था। ऑक्सीजन न मिलने से मौत हो गई। उनकी मां शांति देवी की भी मौत हो गई। सरकारी अस्पतालों में डाक्टर नहीं देखते तो झोलाछाप ही दवाई देते हैं। नोडल अधिकारी ने गांव में साफ-सफाई कराने तथा बाहर से आए लोगों के घरों पर जाकर बीमार मरीजों की जानकारी करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह, एसडीएम अनिल कुमार, डीडीओ दुर्गादत्त शुक्ला व खंड विकास अधिकारी राजबहादुर आदि मौजूद रहे।

सेक्टर मजिस्ट्रेट को मरीजों का डाटा एकत्र करने के निर्देश

निरीक्षण के बाद नोडल अधिकारी ने ब्लॉक कार्यालय के सभागार में कोविड-19 के सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ बैठक कर प्रवासियों और संक्रमितों का सही डाटा एकत्र करने के निर्देश दिए। बैठक में मौजूद अधिकारियों को कोविड-19 के काम में तेजी लाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।


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