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लापरवाही : रोडवेज बस, ट्रेन व बाजार में नहीं हो रहा गाइडलाइन का पालन

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद देश में ओमिक्रोन बैरियंट की दस्तक के बावजूद जिम्मेदार चेते नह

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Dec 2021 10:22 PM (IST)Updated: Fri, 03 Dec 2021 10:22 PM (IST)
लापरवाही : रोडवेज बस, ट्रेन व बाजार में नहीं हो रहा गाइडलाइन का पालन
लापरवाही : रोडवेज बस, ट्रेन व बाजार में नहीं हो रहा गाइडलाइन का पालन

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : देश में ओमिक्रोन बैरियंट की दस्तक के बावजूद जिम्मेदार चेते नहीं हैं। दूसरे प्रांतों से आने वाली ट्रेन व रोडवेज बसों के यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण नहीं हो रहा है। स्टेशनों के अलावा भीड़ वाले प्रतिष्ठानों पर भी अब कोरोना हेल्प डेस्क समाप्त हो चुकी है। बाजार भी भीड़ से भरे रहते हैं। यह लापरवाही कहीं भारी न पड़ जाए। मुख्यमंत्री ने दो दिन पहले ही बड़ी स्टेशनों पर यात्रियों के स्वास्थ्य की जांच करने का निर्देश दिया था, फिर भी किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। कोरोना की बंदिशों में नरमी के बाद ट्रेनें चलीं तो रेलवे ने यात्रियों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया था। रोडवेज बसों में भी मास्क के साथ यात्रियों को सैनिटाइजर उपलब्ध कराए जाने का आदेश था, लेकिन धीरे-धीरे मास्क की आदत छूट गई। अब अधिकांश लोग बिना मास्क के ही यात्रा कर रहे हैं, भीड़ भरे बाजार में घूम रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल सहित विभिन्न प्रांतों से ट्रेनें आती हैं। कौन यात्री विदेश से आ रहा है, इसका भी कोई लेखा-जोखा नहीं है। रेलवे व बस स्टेशन की कोरोना हेल्प डेस्क भी बंद हो चुकी हैं। बस स्टेशन पर भीड़ का आलम यह है कि बसें आते ही लोग बैठने को धक्कामुक्की करने लगते हैं। बसों में लोग खड़े होकर यात्रा कर रहे हैं।

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रोडवेज बस स्टेशन प्रभारी उर्मिला दुबे ने बताया कि यात्री मास्क नहीं लगा रहे हैं। समझाने पर कर्मचारियों से विवाद करने लगते हैं। कोरोना हेल्प डेस्क काफी पहले बंद हो गई थी। वरिष्ठ अधिकारियों का इस संबंध में अभी कोई आदेश नहीं आया है। आदेश मिलेगा तो हेल्प डेस्क फिर शुरू कराई जाएगी।

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ओमिक्रोन ने बढ़ाई चिता, कर्मचारियों की हड़ताल से व्यवस्था बेपटरी

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कर्नाटक में दो मरीज ओमिक्रोन के सामने आए हैं। इससे हलचल तेज हो गई है। ओमिक्रोन के नए वैरिएंट को लेकर सतर्कता बरतने के आदेश दिए गए हैं। यहां तक देश और विदेश से आने वालों स्क्रीन करने को कहा गया है। जिले में 10 लोग विदेश से आए हैं, लेकिन जिले में संविदा कर्मचारियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी हो गई हैं। जहां टीकाकरण में गिरावट आई है, वहीं कोविड जांच भी प्रभावित हो गई है। कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन के लक्षण दो लोगों में मिले हैं। ओमिक्रोन को देखते हुए प्रदेश सरकार ने जांच का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन जिले में संविदा कर्मचारियों की हड़ताल से अभी कोविड जांच का दायरा नहीं बढ़ सका है। यहां तक कि लक्ष्य के सापेक्ष भी लोगों की जांच नहीं हो पा रही हैं। वहीं संविदा कर्मचारियों की हड़ताल से भी प्रभाव पड़ा है। इस बीच विदेश से 10 लोग घर लौट आए हैं। इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी गई। कर्मचारियों की हड़ताल से अभी तक इन लोगों की स्क्रीनिग नहीं की जा सकी है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सतीश चंद्रा ने बताया कि 10 लोग विदेश से लौटे हैं। उनकी स्क्रीनिग कराई जाएगी।


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