मेला रामनगरिया का शुभारंभ, दीपों से झिलमिलाया मां गंगा का आंचल
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद पांचालघाट पर मेला रामनगरिया के उद्घाटन समारोह में सोमवार
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : पांचालघाट पर मेला रामनगरिया के उद्घाटन समारोह में सोमवार शाम दीपोत्सव का आयोजन हुआ, जिससे गंगा तट जगमगा उठा। वाराणसी से आए विद्वानों ने मां गंगा की आरती की। इस दौरान लोगों में श्रद्धा का सैलाब देखते बन रहा था। सिटी मजिस्ट्रेट ने संतों के साथ हवन में आहुतियां दीं, गंगा में दीपदान कर मेला सकुशल संपन्न कराने की मनौती मांगी। आचार संहिता के चलते जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए।
मेला के प्रशासनिक क्षेत्र में लगाए गए विशाल पंडाल में सिटी मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव ने पति प्रवीन भार्गव, मेला संत समिति अध्यक्ष महंत सत्यगिरि, भोलेपुर हनुमान मंदिर के महंत बाबा बालकदास के साथ हवन में आहुतियां दीं। पं. शिवकुमार शास्त्री व आचार्य प्रदीप नारायण शुक्ल ने हवन व पूजा-अर्चना संपन्न कराई। इसके बाद गंगा तट पर दीपोत्सव का आयोजन जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद की देखरेख में कराया गया। एक साथ हजारों दीपक जलने से अनुपम छटा बिखर गई। कल्पवासी महिलाएं व पुरुषों ने गंगा में दीपदान किया। सिटी मजिस्ट्रेट ने पति के साथ पहले से सजाकर तैयार की गई नाव पर सवार होकर गंगा की धार में दीपदान किया। इस दौरान उन्होंने मां गंगा से मेला सकुशल संपन्न कराने की अनुमति मांगी। वाराणसी के अस्सी घाट से आए विद्वानों ने विधिविधान से गंगा आरती संपन्न कराई। सीओ सिटी प्रदीप सिंह, मेला कोतवाली प्रभारी उमेश प्रताप सिंह, शहर कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार शुक्ला, संजय गर्ग, पूर्व सभासद रमला राठौर, सपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष सुलक्ष्णा सिंह, मेला व्यवस्थापक संदीप दीक्षित, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी बीबीगंज आश्रम की संचालिका बीके मंजू आदि मौजूद रहीं। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के कारण जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह व पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा आदि वरिष्ठ अधिकारी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। नेताओं में सेल्फी लेने की लगी होड़
हवन संपन्न होने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट दीपोत्सव के लिए गंगा तट पर चली गईं। इस दौरान वहां मौजूद कुछ नेता हवन कुंड के पास बैठकर मोबाइल से सेल्फी लेने में जुट गए। दीपोत्सव के दौरान भी लोगों में सेल्फी लेने की होड़ लगी रही।
सूने रहे विकास प्रदर्शनी के स्टाल
चुनाव आचार संहिता के चलते इस बार विकास प्रदर्शनी में स्टाल नहीं लगाए गए हैं और न ही फीता काटकर मेले का शुभारंभ किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए पंडाल बनाने का काम अंतिम दौर में पांटून पुल भी चालू नहीं हो पाया है।
पौष पूर्णिमा पर दिन भर चला स्नान-दान का क्रम
पौष पूर्णिमा पर सोमवार को सुबह से ही गंगा स्नान शुरू हो गया था। श्रद्धालु गंगा तट पर दिन भर दान-पुण्य, हवन, सत्यनारायण कथा, गंगा की पहनावन आदि धार्मिक अनुष्ठान में लगे रहे।