बिना बीमा वाले वाहनों पर सवार कानून के रखवाले
प्रशांत द्विवेदी फर्रुखाबाद सड़क पर चल रहे वाहनों का बीमा और फिटनेस के नाम पर जो पुलिस
प्रशांत द्विवेदी, फर्रुखाबाद
सड़क पर चल रहे वाहनों का बीमा और फिटनेस के नाम पर जो पुलिस चालान करती है, उसी कानून के रखवालों के खुद के वाहन बिना बीमा के ही दौड़ रहे हैं। पुलिस विभाग के पास कुल 143 वाहन हैं, लेकिन किसी वाहन का बीमा नहीं है। कई पुलिस कर्मियों के निजी वाहनों का भी बीमा नहीं है। इसके वावजूद यह खुलेआम सड़कों पर फर्राटा भरते हैं।
आम लोगों के लिए वाहन चलाने के लिए विभिन्न प्रकार के नियम बनाए गए हैं। अगर नियम विरुद्ध वाहन चलाया जो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। तिराहे चौराहों पर वाहन चेकिग के दौरान पुलिस बीमा न होने पर वाहनों स्वामियों के खिलाफ कार्रवाई करती है और उसका दो हजार रुपये का जुर्माना लगाती है। उसी पुलिस के खुद के वाहन बिना बीमा के ही फर्राटा भर रहे हैं। चाहें वह कोतवाली व थानों के वाहन हों या फिर पुलिस अधिकारियों के। किसी भी वाहनों का बीमा नहीं कराया गया है। यही नहीं पुलिस कर्मियों के ड्यूटी के लिए मिली कुछ बाइकों का भी बीमा समाप्त हो गया है। कुछ पुलिस कर्मियों के निजी वाहन भी बिना बीमा के चल रहे हैं। बताया जाता है कि लंबे अरसे से पुलिस वाहनों का बीमा नहीं कराया गया है। जब से यही व्यवस्था चली आ रही है। बता दें कि पुलिस विभाग के पास छोटे वाहन 71 और 72 बड़े वाहन हैं। प्रतिसार निरीक्षक किश्वर अली ने बताया कि वाहनों के लिए कोई अलग से बजट नहीं मिलता है। यही कारण है कि वाहनों का बीमा नहीं हो पाता है। जबकि पुलिस के वाहनों की फिटनेस फ्री है तो उसकी फिटनेस जांच करवा ली जाती है। पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि वाहनों का बीमा क्यों नहीं है, इस बारे में जानकारी करेंगे। यह व्यवस्था शासन से काफी समय पहले से चली आ रही है।
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एसपी के वाहन का भी नहीं है बीमा
पुलिस अधीक्षक और अपर पुलिस अधीक्षक के वाहनों का भी बीमा नही है। यातायात प्रभारी भी बिना बीमा के वाहन से ड्यूटी करते हैं। अधिकांश पुलिस कर्मियों को भी बीमा के बारे में जानकारी नहीं है।
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नगर पालिका के अधिकांश वाहनों का रजिस्ट्रेशन ही नहीं
नगर पालिका परिषद फर्रुखाबाद के अधिकांश वाहनों का रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया गया है। पालिका के पास करीब 75 वाहन हैं। जिनमें कुछ खराब खड़े हैं। पालिका कर्मियों का दावा है कि हाल में ही कुछ खरीदे गए वाहनों का रजिस्ट्रेशन कराया गया है। हकीकत यह है कि वाहन पर नंबर प्लेट नहीं लगी है।