राम जन्म की लीला देख कल्पवासी मंत्रमुग्ध
मेला श्री रामनगरिया में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम शुरू हो गई है। कानपुर से आए कलाकारों ने राम जन्म लीला का मनोहारी मंचन कर कल्पवासियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके साथ ही कलाकारों ने अन्य कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। वहीं मनोरंजन क्षेत्र और मेला बाजार में भी रौनक बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : मेला श्री रामनगरिया में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम शुरू हो गई है। कानपुर से आए कलाकारों ने राम जन्म लीला का मनोहारी मंचन कर कल्पवासियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके साथ ही कलाकारों ने अन्य कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। वहीं मनोरंजन क्षेत्र और मेला बाजार में भी रौनक बढ़ गई है।
मेला श्री रामनगरिया के सांस्कृतिक पंडाल में जय शोभन सरकार रामलीला मंडल कानपुर से आए कलाकारों ने राम जन्म लीला का मंचन किया। लीला देखने के लिए कल्पवासियों की भीड़ उमड़ी। राम की भूमिका विशाल, लक्ष्मण की मिलन, भरत की सुंदरम, शत्रुघ्न की लाल कुमार व दशरथ की भूमिका गोपाल ने निभाई। कार्यक्रम आयोजक विशाल कुमार ने बताया कि 26 जनवरी को रामलीला का समापन होगा। वहीं कलाकारों ने लोकगीतों पर नृत्य कर प्रस्तुत कर शमा बांध दिया। उज्जैन से आए पंडित विजयशंकर मेहता ने हनुमान चालीसा के जप पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने जीवन प्रबंधन के सात सूत्र सत्य, अहंकार, निदा, पूजा, मौन, योग व संपर्क पर चर्चा की। इस अवसर पर जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल मिश्र, सीडीओ डॉ. राजेंद्र पैंसिया, उप जिलाधिकारी सदर अनिल कुमार व डीपीआरओ अमित त्यागी आदि रहे। वहीं कल्पवास कर रहे साधुसंत और कल्पवासी अध्यात्म में मगन दिखे। सीढ़ी संख्या सात पर मनोज भारती उर्फ बब्बा गुरू के यहां हवन-पूजन किया गया। साधुसंतों से आशीर्वाद लेने के लिए लोग पहुंचे। सोमवारपुरी क्षेत्र में साधुसंत धूप में बैठकर अध्यात्म पर चर्चा करते दिखाई दिए। सीढ़ी संख्या पांच के पास सेड़ामऊ हरदोई की रामदुलारी चूल्हे पर भोजन बना रही थीं। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या व सुहाने हुए मौसम के चलते मेला देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। कोई आइसक्रीम, चाट पकौड़ी तो किसी ने भूने आलू का आनंद लिया। झूला झूलने के लिए युवक-युवतियों के साथ ही साथ महिलाएं भी उत्साहित दिखीं। मिक्की माउस पर बच्चों ने खूब धमाचौकड़ी की। बाजारों में क्राकरी, कॉस्मेटिक, रेडीमेड व बर्तन की दुकानों पर भीड़भाड़ रही। शौचालय पड़े गंदे, खुले जा रहे कल्पवासी
मेला श्री रामनगरिया में कल्पवासियों व साधुसंतों के लिए बनवाए गए अस्थायी शौचालय गंदे पड़े हैं। इसके चलते साधुसंत खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। सातवीं सीढ़ी के पास खुले में शौच करके लौट रहे सुंदरदास व मुनीराज ने बताया कि शौचालय गंदे पड़े हैं। प्रतिदिन सफाईकर्मी नहीं आता है। इस वजह से खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। मेला व्यवस्थापक संदीप दीक्षित ने बताया कि शौचालयों की सफाई करवाए जाने के निर्देश सफाई ठेकेदार को दिए जाएंगे। सुबह नौ बजे के बाद चलेंगी मोटरवोट
श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के सत्यगिरि व बाबा बालकदास ने मेला व्यवस्थापक संदीप दीक्षित से शिकायत की कि सुबह नाविक गंगातटों के किनारे अपनी-अपनी मोटरवोट लाकर खड़ी कर देते हैं, जिससे कल्पवासियों और साधुसंतों को स्नान करने में दिक्कत होती है। उन्होंने सुबह नौ बजे के बाद मोटरवोट गंगा नदी में चलवाए जाने की मांग की। इस पर मेला व्यवस्थापक ने एनाउंस करवाया कि नाविक सुबह नौ बजे के बाद ही मोटरवोट चलाएं।