'भ्रष्टाचार' की रोशनी को आइपीडीएस का सहारा
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : शहर व कस्बों में विद्युत व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए इंटीग्रेटेड पाव
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : शहर व कस्बों में विद्युत व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम (आइपीडीएस) के तहत करोड़ों की लागत से काम कराया जा रहा है। कायमगंज में योजना से उपभोक्ताओं के बजाए निजी संस्थाओं को लाभ देकर जिम्मेदार जेबें गर्म कर रहे हैं। नहर के किनारे आबादी न होने के बावजूद आठ पोल की लाइन खींचकर ट्रांसफार्मर भी लगा दिया गया।
आइपीडीएस के तहत शहर व कस्बों में 13 करोड़ की लागत से विद्युतीकरण कराया जा रहा है। योजना के तहत उपभोक्ताओं को सुचारू रूप से बिजली मिले। इसके लिए पोल लगाने, बंच केबिल डालने, ओवरलो¨डग समाप्त करने को ट्रांसफार्मरों की क्षमतावृद्धि किए जाने आदि कार्य शामिल हैं। कस्बा कायमगंज में जर्जर लाइनें झूल रही हैं। कई स्थानों पर खंभों की खासी जरूरत है। इसके बावजूद जिम्मेदारों की मिलीभगत से योजना में खेल किया जा रहा है। कायमगंज डिवीजन कार्यालय से चंद कदम दूर स्थित नहर के किनारे कोई आबादी नहीं है। इसके बावजूद आठ पोल की हाईटेंशन लाइन बनाकर 25 केवीए का ट्रांसफार्मर रख दिया गया। विद्युत विभाग के अधिकारियों की यह कवायद एक निजी अस्पताल संचालक को फायदा पहुंचाने के लिए की जा रही है। इसमें विभागीय इस्टीमेट के नाम पर मोटी रकम भी ली गई। एसडीओ दिलीप कुमार ने बताया कि नहर के किनारे किसी भी निजी लाइन के लिए कोई इस्टीमेट स्वीकृत नहीं किया है। अधिशासी अभियंता जीएस कशेरवाल ने बताया कि नहर किनारे लाइन बनाने का मामला उनके संज्ञान में है। आइपीडीएस योजना में लाइन पहले बनाई जाती है। उसका एप्रूवल बाद में होता। बिना आबादी वाले स्थान पर आइपीडीएस योजना में लाइन बनाने के सवाल पर वह कुछ नहीं बोले।