जांच टीम को छपाई कारखाने में टेबिलों पर लगे मिले कपड़े, श्रमिक भागे
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद 28 जनवरी को प्रयागराज में होने वाले गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं क
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : 28 जनवरी को प्रयागराज में होने वाले गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं को स्वच्छ जल उपलब्ध कराने को राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 23, 24 व 25 जनवरी को कपड़ा छपाई कारखानों में बंदी आदेश लागू कर रखा है। इसके बावजूद शहर के कुछ कारखानों में छपाई का काम शनिवार को जारी रहा। दोपहर को टीम एक कारखाने में जांच करने पहुंची तो टेबिल पर छपा हुआ कपड़ा लगा मिला। टीम के आने की भनक पाकर श्रमिक खिसक गए थे।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कानपुर के अवर अभियंता फरेश कुमार, अनुश्रवण सहायक बीएस द्विवेदी, गंगा प्रदूषण इकाई फतेहगढ़ के प्रभारी डीसी दीक्षित, सहायक उपायुक्त उद्योग आरएन आर्या की टीम दोपहर बाद ठंडी सड़क स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में जांच करने पहुंची। प्रतीक आर्ट कपड़ा छपाई कारखाने में टेबिलों पर छपा हुआ कपड़ा लगा था, जिससे पता चला कि सुबह कपड़ा छपाई का काम हुआ है। कारखाने में छपे हुए कपड़े सूख रहे थे। टीम पहले अंगूरीबाग गई थी। इसकी भनक पाकर श्रमिक वहां से खिसक गए थे। गेटमैन नीतू शुक्ला से टीम ने पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि छपाई एक दिन पहले हुई थी। टेबिलों पर छपा हुआ कपड़ा पहले से लगा है। अवर अभियंता ने कहा कि वह मामले की जांच करेंगे। कारखाना मालिक भी सामने नहीं आए। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने कारखाने में लगी ईटीपी भी देखी। नालियों में रंगीन पानी भरा हुआ था। शहर से सटे गांव अमेठी जदीद, खानपुर, गढ़ू की मढ़ैया आदि में भी छपाई कारखानों में काम होने की जानकारी मिली है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने गत माह ही प्रयागराज के गंगा स्नान पर्वों से पांच दिन पहले ही तीन दिन का बंदी आदेश जारी कर रखा है।