प्लेटलेट्स कम होने पर बढ़ी खून की डिमांड, एबी निगेटिव के 'लाले'
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद इन दिनों जनपद में बुखार का प्रकोप चरम पर है। शहर से लेकर द
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : इन दिनों जनपद में बुखार का प्रकोप चरम पर है। शहर से लेकर देहात तक लोग बुखार से ग्रसित हैं। अधिकांश लोगों में टायफाइड पाया जा रहा है। जब कि इक्का दुक्का लोगों में मलेरिया बुखार पाया जा रहा है। डेंगू के भी मरीज सामने आ रहे हैं। बुखार से प्लेटलेट्स गिरने पर चिकित्सक संबंधित खून चढ़ाने को बोलते हैं। ताकि प्लेटलेट्स बढ़ सकें। खून की मांग अधिक होने के चलते डा. राममनोहर लोहिया अस्पताल की ब्लड बैंक में एबी निगेटिव खून समाप्त हो गया है।
लोहिया अस्पताल की ब्लड बैंक से चिकित्सालय और नर्सिंग होम में भर्ती मरीजों के लिए खून लिया जाता है। ताकि उनकी जान बचाई जा सके। नर्सिंग होम में भर्ती मरीजों के लिए खून के बदले खून और शासन से निर्धारित शुल्क देना पड़ता है। इस दिनों बुखार के प्रकोप के चलते लोगों की प्लेटलेट्स कम होने की वजह से खून की डिमांड बढ़ी है। जिसके चलते ए,बी और एबी निगेटिव खून का संकट खड़ा हो गया है। जब कि एबी निगेटिव खून निल है। ऐसे में जरूरतमंदों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है।
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ब्लड बैंक मे खून की उपलब्धता की स्थिति
ब्लड ग्रुप - पाजिटिव - निगेटिव
ए - 19 - 01
बी - 42 - 01
ओ - 24 - 02
एबी - 04 - 00
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'इस समय ए, बी और एबी निगेटिव खून की कमी है। डोनर से संपर्क कर रक्तदान करने के लिए कहा जाएगा। ताकि जरूरतमंद को खून मिल सके।' - डा. राजकुमार गुप्ता, मुख्य चिकित्साधीक्षक, लोहिया अस्पताल।