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थाने में पानी पिला रहीं पुलिस की 'आंखें'

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद पुलिस अफसरों को गांवों में होने वाले अपराध की सूचना हासिल क

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Jul 2020 05:31 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jul 2020 06:10 AM (IST)
थाने में पानी पिला रहीं पुलिस की 'आंखें'
थाने में पानी पिला रहीं पुलिस की 'आंखें'

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : पुलिस अफसरों को गांवों में होने वाले अपराध की सूचना हासिल करने की महत्वपूर्ण कड़ी, जिसे पुलिस की आंखें भी कहा जाता है, वह चौकीदार थानों में चाकरी कर रहे हैं। कोई चौकीदार कोतवाली व थानों में पानी पिला रहा है तो कोई घास छील रहा है। शायद यही कारण है कि पुलिस को गांवों की घटनाओं की जानकारी जब तक होती है, तब तक देर हो चुकी होती है।

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पुलिस का सूचना तंत्र मजबूत करने को गांव में चौकीदारों की तैनाती की गई थी। ताकि छोटी सी छोटी घटना समय रहते मिल सके और आरोपितों के खिलाफ कर कार्रवाई कर बड़ी घटना होने से बचाई जा सके, लेकिन पुलिस की रीढ़ कहे जाने वाले अधिकांश चौकीदारों के पास अपने हल्का प्रभारियों के मोबाइल नंबर तक नहीं हैं। इसकी जानकारी जब हुई थी तब पुलिस महानिरीक्षक ने निरीक्षण के दौरान फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के चौकीदारों से दारोगा के मोबाइल नंबर मांगे थे। चौकीदारों ने ऐसा कोई कार्य भी नहीं किया, जिससे पुलिस को सफलता मिली हो। सूचना तंत्र तो मजबूत नहीं हो सका, लेकिन कोतवाली और थानों की सफाई जरूर चौकीदारों से कराई जाने लगी। किसी से पानी मंगवाया जाता है तो किसी से चाय। दिन भर चौकीदार थाने में जी हजूरी करते रहते हैं। जिले में राजस्व ग्रामों की संख्या - 1020

ग्राम चौकीदार के स्वीकृत पद - 603

तैनात चौकीदार -587

रिक्त पद - 16 थाने व कोतवाली में हाजिरी लगवाने को चौकीदारों को बुलाया जाता है। अगर उनसे अन्य कार्य लिया जा रहा है तो गलत है। मामले को दिखवाकर कार्रवाई करेंगे।

- डॉ. अनिल कुमार मिश्रा, पुलिस अधीक्षक।


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