परीक्षा स्थगित होने से मेहनत हुई बेकार
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा स्थगित होने पर अभ्यर्थियों में स
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा स्थगित होने पर अभ्यर्थियों में सरकार के प्रति रोष दिखाई दिया। उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकालते हुए कहा कि अब अगर शिक्षक भर्ती की जगह निकलीं तो उन लोगों को नुकसान होगा। आरोप लगाए के सरकार ने अधिकारियों से मिलीभगत कर परीक्षा को साजिशन स्थगित करवाया है। टीईटी परीक्षा स्थगित होने पर अभ्यर्थियों से बातचीत।
परीक्षा स्थगित होने से हुआ नुकसान
कोरोना के चलते दो साल बाद तो टीईटी परीक्षा हुई। परीक्षा को लेकर पढ़ाई में काफी मेहनत की थी, जो बेकार चली गई। शिक्षक भर्ती आने से हम जैसे टीईटी अभ्यर्थियों को तो नुकसान ही हुआ है। अब पता नहीं कब परीक्षा हो। आकांक्षा मिश्रा टीईटी अभ्यर्थी, निवासी मुहल्ला शांतिनगर, कमालगंज
शिक्षक बनने की उम्मीद हुई धूमिल
कई दिनों से परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। पेपर भी इस बार काफी सरल था। आधे प्रश्न तो वह हल कर चुके थे। पूरी उम्मीद थी कि अबकी शिक्षक बन जाएंगे, लेकिन परीक्षा स्थगित होने से सारी उम्मीदें धूमिल हो गईं।
सुरजीत राठौर टीईटी अभ्यर्थी, निवासी मुहल्ला किदवई नगर, कानपुर अब फिर करना होगा परीक्षा का इंतजार
जो मेहनत की, वह बेकार चली गई। जब परीक्षा स्थगित ही करनी थी तो सरकार ने करवाई क्यों। उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। दो साल से परीक्षा का इंतजार कर रहे थे। प्रश्नपत्र सरल था। आधा कर भी चुका था। अब फिर परीक्षा का इंतजार करना होगा।
राजीव कुमार टीईटी अभ्यर्थी, निवासी पिपरगांव, मोहम्मदाबाद शिक्षक भर्ती को टालना चाहती सरकार
सरकार व अधिकारियों की मिलीभगत से टीईटी परीक्षा स्थगित की गई है। सरकार शिक्षक भर्ती को टालना चाहती है। अब फिर नए सिरे से परीक्षा की तैयारी करनी होगी। परीक्षा स्थगित करना युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
ताज मोहम्मद टीईटी अभ्यर्थी, निवासी अलेपुर, शमसाबाद