इंडोनेशिया से लौटे व्यापारी को दुकान पर बैठा देख डीएम नाराज
कपड़ा व्यापारी चार मार्च को इंडोनेशिया के शहर बाली से घर लौटे थे। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह एसपी डॉ.अनिल मिश्र व सीएमओ डॉ.चंद्रशेखर के साथ सोमवार दोपहर कपड़ा व्यवसायी के यहां पहुंचे। वह दुकान पर बैठे मिल गए। इस पर डीएम ने नाराजगी जताई और एहतियात बरतने के लिए घर में अलग कमरे में रहने के लिए कहा। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी उनसे बातचीत की। इसके बाद वह घर चले गए।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कपड़ा व्यापारी चार मार्च को इंडोनेशिया के शहर बाली से घर लौटे थे। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह, एसपी डॉ. अनिल मिश्र व सीएमओ डॉ. चंद्रशेखर के साथ सोमवार दोपहर कपड़ा व्यवसायी के यहां पहुंचे। वह दुकान पर बैठे मिल गए। इस पर डीएम ने नाराजगी जताई और एहतियात बरतने के लिए घर में अलग कमरे में रहने के लिए कहा। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी उनसे बातचीत की। इसके बाद वह घर चले गए।
शहर कोतवाली के मोहल्ला कटरा डौरूनाथ निवासी सुकृत रस्तोगी उर्फ चंचल की नेहरू रोड पर बालकिशन मुन्नालाल के नाम से कपड़े की दुकान है। वह 24 फरवरी को बाली गए थे। चार मार्च को वापस लौटे। इसकी जानकारी मिली तो प्रशासन हरकत में आया। डीएम, एसपी व सीएमओ के साथ सुकृत की दुकान पर पहुंचे। वह दुकान पर मौजूद थे। जिलाधिकारी ने उनसे पूछताछ की। सुकृत ने कहा कि वह बिल्कुल ठीक हैं। उन्हें कोई परेशानी नहीं है। डीएम ने उनसे कहा कि उन्हें 14 दिन तक एहतियात बरतना चाहिए, तब तक घर में अलग कमरे में रहें। बाहर न निकलें। अन्यथा उन्हें अस्पताल भेजना पड़ेगा। डीएम निर्देश देकर वापस चले गए। इसके बाद लिजीगंज हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ. दीपक कटारिया, राजीव पाठक व एक अन्य कर्मचारी के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने भी सुकृत से पूछताछ की। इसके बाद सुकृत घर चले गए। रस्तोगी मोहल्ले में ढूंढते रहे स्वास्थ्य कर्मी
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सुकृत के निवास की जानकारी नहीं थी। इस कारण स्वास्थ्य विभाग की टीम उन्हें मोहल्ला रस्तोगी में ढूंढती रही। डीएम सुकृत की दुकान पर पहुंच गए। इसके बाद टीम को वहां आने के लिए फोन पर निर्देश दिए गए। बाद में बताया गया कि मोहल्ला अंडियाना निवासी एक चिकित्सक का पुत्र भी हाल ही में विदेश से वापस आया है।