जलस्तर घटने के बावजूद हो रहा कटान
संवाद सूत्र शमसाबाद गंगा में जलस्तर कम होने के बाद भी गांव समैचीपुर चितार में कटान जारी है। जिससे ग्रामीण भयभीत हैं। कुछ लोग अपनी झोपड़ियां हटाकर सामान सुरक्षित स्थान पर ले जा रहे हैं। कटान को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा कोई ठोस व्यवस्था नहीं की जा रही है जिससे ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीण इरफान जारिफ इरशाद जान मोहम्मद ने बताया कि जलस्तर तो कम हो गया है लेकिन कटान रुक-रुक कर गांव के पास हो रहा है। जिससे खतरा बना हुआ है। वह लोग अपनी झोपड़ी हटाकर सामान सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रहे हैं। शुक्रवार को क्षेत्रीय लेखपाल कटान देखने गांव पहुंचे। लेखपाल ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इस समस्या के लिए अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।
संवाद सूत्र, शमसाबाद : गंगा में जलस्तर कम होने के बाद भी गांव समैचीपुर चितार में कटान जारी है। जिससे ग्रामीण भयभीत हैं। कुछ लोग अपनी झोपड़ियां हटाकर सामान सुरक्षित स्थान पर ले जा रहे हैं। कटान को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा कोई ठोस व्यवस्था नहीं की जा रही है, जिससे ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीण इरफान, जारिफ, इरशाद, जान मोहम्मद ने बताया कि जलस्तर तो कम हो गया है, लेकिन कटान रुक-रुक कर गांव के पास हो रहा है। जिससे खतरा बना हुआ है। वह लोग अपनी झोपड़ी हटाकर सामान सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रहे हैं। शुक्रवार को क्षेत्रीय लेखपाल कटान देखने गांव पहुंचे। लेखपाल ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इस समस्या के लिए अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। गंगा 15 सेमीं घटीं
अमृतपुर : गंगा का जलस्तर 15 सेंटीमीटर घटकर 135.85 मीटर पर पहुंच गया है। नरौरा बांध से गंगा में 64421 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की कंट्रोल रूम से सूचना है। रामगंगा का जलस्तर अभी गेज तक नहीं पहुंचा है। खोह हरेली व रामनगर से रामगंगा में 9592 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंगा के जलस्तर में कमी दर्ज होने के बाद भी तीसराम की मड़ैया व हरसिंहपुर कायस्थ में कटान हो रहा है। तीसराम में करीब दो सौ बीघा उपजाऊ भूमि कट चुकी है। गांव के कई घर धार की जद में हैं, जिससे ग्रामीण खौफजदा हैं। गांव के मंजीत बताते हैं कि जलस्तर कम होने के बाद भी कटान हो रहा है। सिचाई विभाग द्वारा बैंबू ब्रेसिग बनाने के बाद भी कटान नहीं रुका है। गांव में इससे पहले ही 28 घर गंगा की धार में बह चुके हैं।
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