कलेक्ट्रेट स्थित नामांकन कक्ष में घुसी भीड़, पुलिस से हाथापाई
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन को उमड़ी भीड़ दोपहर बाद त
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन को उमड़ी भीड़ दोपहर बाद तक कम नहीं हो पाई। दिन भर की मशक्कत के चलते सिपाही भी इधर-उधर हो गए थे। अपराह्न करीब तीन बजे अपना नंबर न आते देख कुछ लोगों ने हो-हल्ला कर हंगामा शुरू कर दिया। इससे उत्साहित अपना नंबर न आते देख अधीर हो रही भीड़ हल्ला बोलकर नगर मजिस्ट्रेट कोर्ट में घुस गई। अचानक घुसी भीड़ को देख कर नगर मजिस्ट्रेट अशोक मौर्या नाराज होकर डायस से उठकर अपने कक्ष में जाकर बैठ गए। बाद में सीओ सिटी नितेश सिंह ने फोन कर कोतवाली फतेहगढ़ से अतिरिक्त फोर्स बुलाया। भीड़ को कोर्ट से बाहर करने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान जमकर धक्कामुक्की व हाथापाई तक हुई। किसी तरह सीओ सिटी ने भीड़ को बाहर किया और बाहर बरामदे में लाइन से बैठाया।
पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन की व्यवस्था नगर मजिस्ट्रेट कोर्ट में की गई थी। जनपद में स्थित जिला पंचायत के कुल 30 सदस्य क्षेत्रों के लिए शुक्रवार शाम तक 708 लोग नामांकन पत्र ले चुके थे। नामांकन के लिए मात्र दो दिन शनिवार व रविवार का समय नियत किया गया है। अधिकांश लोग पहले दिन ही नामांकन करने की कोशिश की। भाजपा पदाधिकारी भी अपने तीसों प्रत्याशियों के साथ दोपहर लगभग एक बजे ही आ धमके थे। वहीं निर्दलियों के अलावा सपा और बसपा समर्थित प्रत्याशी भी काफी संख्या में नामांकन कराने पहुंचे। नामांकन पत्रों की जांच के बाद जमा करने की कार्रवाई में लंबा समय लगने के कारण दोपहर बाद तक काफी उम्मीदवार, उनके प्रस्तावक व समर्थकों की भरी भीड़ कलेक्ट्रेट में जमा थी। सुबह से ही ड्यूटी पर तैनात सिपाही, होमगार्ड व पीआरडी जवान भी इधर-उधर हो चुके थे। धीरे-धीरे भीड़ की अधीरता बढ़ने लगी। कुछ उपद्रवी युवाओं ने शोर मचाना शुरू किया तो उत्साहित भीड़ हल्ला बोलकर नगर मजिस्ट्रेट कोर्ट में घुस गई। एक साथ घुसी भीड़ के पहुंचने से नामांकन कक्ष में तिल रखने की जगह नहीं बची। अफरा-तफरी ओर शोर शराबे का आलम देख नगर मजिस्ट्रेट नाराज होकर वहां से उठकर अपने कक्ष में चले गए। उन्होंने फोन पर सीओ सिटी को सूचना दी। इसके बाद कोतवाली फतेहगढ़ से अतिरिक्त फोर्स पहुंचा। सिपाहियों ने बल प्रयोग शुरू किया तो लोग मुट्ठी-भर सिपाहियों से ही धक्का-मुक्की और हाथापाई पर उतर आए। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने जैसे-तैसे भीड़ को बाहर निकाल कर बरामदे में लाइन से बैठाया। तब कहीं जाकर दोबार नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई।