कोविड-19 के चलते मोतियाबिद के ऑपरेशन में आई गिरावट
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद मोतियाबिद आपरेशन के नाम पर संस्थाओं द्वारा खेल किए जाने की शि
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : मोतियाबिद आपरेशन के नाम पर संस्थाओं द्वारा खेल किए जाने की शिकायतों और कोविड-19 के प्रोटोकाल के मद्देनजर अब शासन ने कैंप लगाकर मरीजों को चिन्हित करने पर रोक लगा दी है।
कोविड -19 को देखते हुए शासन ने ओपीडी कम करने और कैंप लगाकर मरीजों को चिह्नित करने पर रोक लगा दी है। जिस कारण इस वर्ष मरीजों का चिन्हीकरण नहीं किया जा सका है। पिछले वर्ष लोहिया अस्पताल में करीब 300 मरीजों के आपरेशन किए गए थे। इस वर्ष अभी तक मात्र 100 मरीजों के ही आपरेशन किए जा सके हैं। कोविड-19 को लेकर जनवरी से अक्टूबर तक आपरेशन नहीं किए गए। नवंबर और दिसंबर में ही मरीजों के आपरेशन हो सके हैं। वहीं एनजीओ द्वारा पिछले वर्ष चार हजार लोगों के ऑपरेशन किए गए थे।
सरकार एक मरीज के आपरेशन पर संबंधित एनजीओ को दो हजार रुपये देती हैं। इनमें आपरेशन, लेंस, दवा आदि शामिल होती हैं। हालांकि फर्जी ऑपरेशन के नाम पर संस्थाओं द्वारा सरकारी अनुदान के बंदरबांट की शिकायतें भी आम हैं। जिला कार्यक्रम प्रबंधक नेत्र डॉ. सर्वेश यादव ने बताया कि कोरोना को देखते हुए इस बार मरीजों के मोतियाबिद आंख के आपरेशन कम हुए हैं। इस बार दो एनजीओ ने आपरेशन करने के लिए आवेदन किए हैं। 11 लोगों ने जीती कोरोना से जंग
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कोरोना से जंग लड़ रहे 11 मरीजों ने जंग जीत ली। हालांकि अभी 111 मरीजों का इलाज चल रहा है। बुधवार को आई जांच रिपोर्ट में अब जनपद में कुल संक्रमितों की संख्या 4503 हो गई है। जब कि 4313 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 79 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। उधर राजेपुर ब्लाक के गांव जैनापुर निवासी युवक, सीढ़ेचकरपुर निवासी अधेड़ कोरोना संक्रमित हो गए। बढ़पुर ब्लाक के लोहिया कैंपस निवासी युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई।