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कोरोना की भेंट चढ़ी रोडवेज की एमएसटी व ऑनलाइन टिकट बुकिग

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद रोडवेज बसों में दैनिक यात्री एमएसटी बनवाकर यात्रा करते हैं तो

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2020 06:07 PM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 06:07 PM (IST)
कोरोना की भेंट चढ़ी रोडवेज की एमएसटी व ऑनलाइन टिकट बुकिग
कोरोना की भेंट चढ़ी रोडवेज की एमएसटी व ऑनलाइन टिकट बुकिग

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : रोडवेज बसों में दैनिक यात्री एमएसटी बनवाकर यात्रा करते हैं तो उन्हें किराये में फायदा होता है, लेकिन कोरोना के बाद से रोडवेज ने कंप्यूटरीकृत एमएसटी बंद करा दी। एसी बसों में ऑनलाइन टिकट बुकिग भी नहीं हो रही है। यात्रियों की शिकायतें बढ़ने पर निगम मुख्यालय ने मैनुअल एमएसटी बनाने के लिए कहा था। इसके बावजूद स्थानीय डिपो में यह प्रक्रिया लागू नहीं हो पाई। इस कारण यात्री परेशान हैं।

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ट्रेनें कम चलने के कारण इन दिनों कन्नौज, कानपुर आदि सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्यूटी व अन्य कामकाज से दैनिक यात्रा करने वाले यात्रियों को रोडवेज बसों का ही सहारा है। रोडवेज ने कंप्यूटरीकृत एमएसटी जारी करने पर पूर्व में ही रोक लगा दी थी। कोरोना के चलते लॉकडाउन के बाद एक जून से बसों का संचालन शुरू हो गया था, लेकिन एमएसटी जारी नहीं की जा रहीं। यात्री रोज बस स्टेशन पर एमएसटी बनवाने को चक्कर काट रहे हैं। कुछ जनपदों में मैनुअल एमएसटी बनाने का काम हो रहा है। यह व्यवस्था स्थानीय डिपो में अभी तक लागू नहीं हो पाई। कर्मचारी कोरोना की वजह से एमएसटी न बन पाने की जानकारी देकर टरका रहे हैं। डिपो के पास चार एसी बसें हैं, लेकिन इन बसों में भी ऑनलाइन टिकट बुकिग नहीं हो रही। पूर्व में ऑनलाइन टिकट बुक होने से यात्रियों को सीट घेरने के लिए धक्के नहीं खाने पड़ते थे।

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समस्या का शीघ्र समाधान करने का होगा प्रयास

फर्रुखाबाद डिपो के एआरएम आरएस यादव ने बताया कि कंप्यूटरीकृत एमएसटी बंद होने के पीछे एक वजह गड़बड़ी भी है। मुख्यालय के आदेश पर ही यह व्यवस्था रुकी है। हालांकि मैनुअल एमएसटी कुछ डिपो में बनने लगी है। यहां कर्मचारियों की भी कमी है। शीघ्र ही एमएसटी जारी कराने का प्रयास किया जाएगा। एसी बसें फिलहाल दिल्ली नहीं जा रही हैं। भीड़ अधिक होने के कारण फिलहाल कानपुर मार्ग पर भेजा जा रहा है। अभी इन बसों में ऑनलाइन टिकट बुकिग नहीं हो रही है।


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