कहीं लापरवाही तो कहीं कम राशन की शिकायत
राशन अंतिम कहीं लापरवाही तो कहीं पर ताला लगा मिला
कॉमन इंट्रो : आपदा को देखते हुए पहले दिन सार्वजनिक वितरण प्रणाली फेल नजर आई। कहीं कोरोना को लेकर सावधानी नहीं बरती गई तो कहीं राशन कम मिलने की शिकायतें रहीं। कुछ कोटेदारों की ई-पॉश मशीन दिखावा साबित हुईं, जो तकनीकी खराबी के कारण राशन वितरण नहीं कर सकीं।
जागरण टीम कन्नौज : छिबरामऊ में बुधवार सुबह नगर व ग्रामीण इलाकों में पर्यवेक्षक की उपस्थिति में राशन वितरण शुरू हुआ। दुकानों पर लंबी कतारें लगी रहीं। हनुमान गढ़ी पर तो भीड़ अधिक होने पर एसडीएम को पुलिस भेजनी पड़ी। इस बीच कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें 35 किलोग्राम के स्थान पर 32 या 33 किलोग्राम राशन ही मिला। मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंच गया। इस बीच कोटेदार ने गलती की बात कही। इसके बाद अधिकारी नगर व ग्रामीण इलाकों में पड़ताल को निकले। वहीं, सौरिख में श्रमिक व मनरेगा श्रमिक बिना राशन के लौट गए। उनका पंजीयन तो था लेकिन राशन कार्ड नहीं बना। कार्ड धारकों के हाथ धुलवाए गए और दूरी बनाकर वितरण किया गया। अन्त्योदय कार्ड धारकों व मनरेगा मजदूर श्रमिकों को निश्शुल्क राशन मिला। इसी तरह चपुन्ना में की ग्राम पंचायत तरींद व भाउलपुर में ई-पॉस मशीन को सैनिटाइज किया गया। एसडीएम गौरव शुक्ला ने बताया कि घटतौली की शिकायत पर तौल कराई तो सही निकला। तिर्वा प्रतिनिधि के अनुसार राशन दुकानों पर कोरोना को लेकर सावधानी नहीं बरती गई। एसडीएम ने निरीक्षण किया तो कोटेदारों को फटकार लगाई। एक-एक मीटर की दूरी पर गोले बनवाए, लेकिन कार्डधारक बाहर खड़े रहे। खरगपुर बिलंदपुर गांव में मशीन खराब होने के कारण वितरण नहीं हुआ।
मानीमऊ प्रतिनिधि के मुताबिक मियागंज में कोटेदार सुरेंद्र सिंह ने राशन बांटा। तिखबा में कोटेदार सलमान के यहां जो कार्ड धारक नहीं पहुंचे उनके घर जानकारी दी गई। गुरसहागयंज प्रतिनिधि के मुताबिक जवाहर नगर, आजाद नगर, रामगंज, किदवई नगर, मुजाहिद नगर, गांधीनगर की आठ दुकानों पर 700 अन्त्योदय कार्ड धारकों को निश्शुल्क राशन दिया गया।