नोड्यूज बनाने को खोला गया काउंटर बंद
संवाद सूत्र कमालगंज क्षेत्र पंचायत में नोड्यूज पर धन उगाही की खबर छपते ही ब्लाक कार्यालय पर
संवाद सूत्र, कमालगंज : क्षेत्र पंचायत में नोड्यूज पर धन उगाही की खबर छपते ही ब्लाक कार्यालय पर नोड्यूज बनाने के लिए खोला गया काउंटर बंद हो गया। नामांकन बिक्री काउंटरों पर नोड्यूज की कोई आवश्यकता नहीं' सूचना भी चस्पा कर दी गई है।
दैनिक जागरण ने शुक्रवार को क्षेत्र पंचायत के नोड्यूज में वसूली की खबर प्रमुखता से छापी थी। खबर छपने के बाद क्षेत्र पंचायत कार्यालय पर कर्मचारी आवास के निकट स्थित एक कमरे में चल रही नोड्यूज बनाने की व्यवस्था बंद कर कमरे में ताला लटका दिया गया। प्रधान, बीडीसी व सदस्य पदों के नामांकन बिक्री के लिए खुले काउंटरों पर चुनाव आयोग की गाइड लाइन की आवश्यक सूचना के नोटिस चस्पा कर दिए गए हैं। जिन पर लिखा है कि केवल जिन उम्मीदवार पर बकाया हो वह बकाया धनराशि जमा कर नोड्यज ले लें। अन्य लोगों को नोड्यूज की कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि बीडीओ की ओर से वेबसाइट पर अपलोड की गई सूचना के अनुसार क्षेत्र पंचायत में कोई भी बकाएदार नहीं है।
नसरतपुर नौगवां निवासी प्रधान पद के उम्मीदवार सुरेश चंद्र ने ब्लाक कर्मचारियों पर आरोप लगाए कि उन्होंने कल ही दो नोड्यूज लिए थे। जिसके लिए एक हजार रुपये दिए थे। जब नोड्यूज की आवश्यकता ही नहीं थी तो उनसे 1000 रुपये क्यों लिए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि उम्मीदवारों को अंधेरे में रखकर गुमराह कर नोड्यूज के नाम पर खेल चलाया जा रहा था। 500 रुपये प्रति प्रमाणपत्र के हिसाब से करीब पांच लाख रुपयों का खेल शुरू किया गया था।
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जिला पंचायत की हठधर्मिता जारी
शासन की ओर से स्पष्ट दिशा निर्देश के बावजूद जिला पंचायत की हठधर्मिता जारी है। यह हाल तब है जबकि जिला पंचायत के प्रशासक पद का चार्ज स्वयं जिलाधिकारी के पास है। नो-ड्यूज प्रमाणपत्र की नामांकन के साथ लगाए जाने की आवश्यकता न होने के बावजूद लगातार लोगों से वसूली की जा रही है। हालांकि अपर मुख्य अधिकारी एनपी सिंह का कहना है कि अपर मुख्य सचिव का शासनादेश उनके लिए पृष्ठांकित नहीं है। इस लिए वह इसका स्वत: संज्ञान नहीं ले सकते।